यमुनानगर द्वारा कनालसी गांव में एक किसान सम्मेलन का किया आयोजन....... जिला भर से किसान लोग यहां एकत्रित हुए। किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम एक मांग पत्र कृषि विकास अधिकारियो के नाम सौंपा ज्ञापन
किसानों को अपनी लागत घटाने की जरूरत है । फसल को पैदा करने के लिए 34 सूक्ष्म तत्व की जरूरत होती है । लेकिन किसान पेस्टिसाइड के माध्यम से 3 सूक्ष्म तत्व को ही पूरा कर पाता है ।उन्होंने किसानों से आहवान किया हम इस बारे में किसानों को प्रशिक्षण देते हैं। जिसमें कम लागत पर बिना किसी खर्चे के जैविक खेती की जा सकती है ।
भारतीय किसान संघ जिला यमुनानगर द्वारा कनालसी गांव में एक किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया । जिला भर से किसान लोग यहां एकत्रित हुए। किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम एक मांग पत्र कृषि विकास अधिकारी को सौंपा। किसान सम्मेलन में किसानों को पेश आ रही समस्याओं को लेकर चर्चा की गई।किसान सम्मेलन में मुख्य अतिथि वीरेंद्र सिंह बड़खालसा महामंत्री भारतीय किसान संघ व कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर एस एल सैनी ने की। किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए वीरेंद्र सिंह ने कहा आज किसान की जो दुर्दशा हो रही है उसे भरने के लिए केवल सरकार पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है । किसानों को एक मंच पर आना होगा संगठित होना होना होगा उसके बाद ही उनकी समस्याओं का समाधान हो सकता है उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि हम सबको जैविक खेती पर जोर देना चाहिए । इसके साथ ही हम सब को पारंपरिक खेती करनी चाहिए और जितना हो सके पेस्टिसाइड से बचना चाहिए । उन्होंने कहा कि अगर जहर मुक्त खेती होगी तो लोगों का जीवन सुधरेगा और उनका स्वास्थ्य सही रहेगा ।उन्होंने युवाओं से भी आवाहन किया की खेती के अंदर नए-नए प्रयोग करके अपने उत्पाद को कच्चा ना बेच कर उसे तैयार करके बेचें ताकि किसान को अधिक मुनाफा हो । उन्होंने उदाहरण के तौर पर बताया दूध को ना बेच कर दूध से बने लस्सी, पनीर आदि उत्पाद को बेचें। धान की फसल को न बेच कर चावल को बेचा जाए। गेहूं की फसल को ना बेचकर आटा बेचा जाए ।जिससे किसान को अधिक मुनाफा हो। क्योंकि गेहूं व धान के बेचने के बीच में कमीशन खोरी बिजोलिया खा रहा था । उससे बचाव होगा और किसान को सीधे तौर पर फायदा होगा । भारतीय किसान संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रतन सिंह देवधर ने कहा संगठन को मजबूत करने के लिए सभी किसान सहयोग करें और ज्यादा से ज्यादा जहां भी संगठन आह्वान करें वहां पहुंचे । क्योंकि किसानों की समस्याओं का समाधान सिर्फ संगठन के माध्यम से ही हो सकता है। उन्होंने कहा यह सरकारें जब हमारा संगठन होगा तो यह हमारे घर पुछने के लिए आएंगे और उन मांगों को पूरा करेंगे । जिन समस्याओं से आज किसान को जूझना पड़ रहा है ।सम्मेलन में मुख्य रूप से प्रोफेसर राजेंद्र चौधरी पहुंचे ।उन्होंने जैविक खेती के ऊपर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी लागत घटाने की जरूरत है । फसल को पैदा करने के लिए 34 सूक्ष्म तत्व की जरूरत होती है । लेकिन किसान पेस्टिसाइड के माध्यम से 3 सूक्ष्म तत्व को ही पूरा कर पाता है ।उन्होंने किसानों से आहवान किया हम इस बारे में किसानों को प्रशिक्षण देते हैं। जिसमें कम लागत पर बिना किसी खर्चे के जैविक खेती की जा सकती है ।और उत्पादन भी नहीं घटता। ऐसे तरीकों को लेकर उन्होंने किसानों से आह्वान किया आप जहां भी सीखने की दृष्टि से हमें बुलाएंगे 1 दिन का प्रशिक्षण हम किसानों को देंगे।