UJJAIN भगवान महाकाल ने द्वारकाधीश गोपालजी को सौंपा सृष्टि का भार ||P24 News
भगवान शिव ने भगवान विष्णु को सौंपा सृष्टि का भार उज्जैन में हुआ हरि हर मिलन । पूरे विश्व मे केवल उज्जैन में ही इस परंपरा का निर्वाह होता है ।
बैकुंठ चतुर्दशी का पर्व पर धूमधाम से मनाया गया बाबा महाकाल की परंपरागत विशेष सवारी निकाली गई जो वर्ष में एक बार रात को निकाली जाती है सवारी रात 11:00 बजे निकली रात को गोपाल मंदिर बाद रात्रि में ही हरि और हर का मिलन हुआ इस दौरान शिव ने सृष्टि का भार पुनः विष्णु को सौंपा ।
इसलिए होता है हरी हर का मिलन ।
महाकाल मंदिर के आशीषजी पुजारी ने बताया की इस सवारी का खास मकसद यह है कि चातुर्मास के दौरान जो भगवान विष्णु शयन की मुद्रा में होते हैं तब सृष्टि का भार भगवान शिव संभालते हैं ,देव प्रबोधिनी एकादशी पर विष्णु शयन से जागृत होते हैं तो शिव सृष्टि का भार वापस ले लेते हैं इस परंपरा का निर्वाह उज्जैन में भव्य रुप से होता है क्योंकि यहां सिंधिया स्टेट के समय का गोपाल मंदिर और सदियों पुराना भगवान महाकाल का मंदिर है ,दोनों देशों का अनूठा मिलन होता है इस दृश्य को आनंददायक बनाने के लिए रात के समय पालकी महाकाल मंदिर से गोपाल मंदिर पहुंचती है जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पर मौजूद रहते हैं ।