टमाटर उत्पादक किसान भूख हड़ताल पर बैठे, कृषि मंत्री पर किसानों को ठगने का लगाया आरोप...
चरखी दादरी : पिछले दो सप्ताह से टमाटर उत्पादक किसानों ने शनिवार को भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इस दौरान किसानों ने जहां कृषि मंत्री पर ठगने का आरोप लगाया वहीं धरने को जन आंदोलन का रूप देने के लिए रणनीति तैयार की। किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि पीडि़त किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
चरखी दादरी (प्रदीप साहू) || चरखी दादरी पिछले दो सप्ताह से टमाटर उत्पादक किसानों ने शनिवार को भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इस दौरान किसानों ने जहां कृषि मंत्री पर ठगने का आरोप लगाया वहीं धरने को जन आंदोलन का रूप देने के लिए रणनीति तैयार की। किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि पीडि़त किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
भाकियू की अगुवाई में क्षेत्र के दो दर्जन से ज्यादा गांवों के टमाटर उत्पादक किसानों द्वारा गांव मानकावास में धरना दिया जा रहा है। धरने के 14वें दिन भाकियू जिलाध्यक्ष जगबीर घसोला की अगुवाई में पांच किसान भूख हड़ताल पर बैठे और रोष प्रदर्शन किया। किसानों ने धरनास्थल पर विधायक सोमबीर सांगवान व नैना चौटाला के पुतले बनाकर तैयार किए हैं और जनप्रतिनिधियों पर किसानों की आवाज नहीं उठाने का आरोप लगाया। किसानों ने कहा कि लॉकडाउन के चलते टमाटर उत्पादक किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। नुकसान की भरपाई भाव भावांतर योजना में भी शामिल नहीं किया गया। ऐसे में किसानों को अपनी फसल पर हुआ खर्चा भी वहन करना पड़ा है। सरकार को प्रभावित क्षेत्रों की स्पेशल गिरदावरी करवाकर मुआवजा देना चाहिए। वहीं धरने के समर्थन में पहुंचे किसान नेता रमेश खरखड़ी ने कहा कि कृषि मंत्री द्वारा किसानों के साथ ठगी की गई है। टमाटर उत्पादक किसानों को भाव भावांतर योजना में भरपाई का आश्वासन दिया था। बावजूद इसके किसानों की कोई सूध नहीं ली गई। इस बार किसान चुप नहीं बैठेंगे और धरने को जन आंदोलन का रूप देंगे। धरने पर किसानों ने प्रतिदिन पांच किसान भूख हड़ताल पर बैठने व आगामी आंदोलन को लेकर रूप रेखा भी तैयार की।