रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री को बताया गप्पू और राजनीति में कच्चा....

हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने रविवार को कैथल में रणदीपसिंह सुरजेवाला को प्रदेश का पप्पू बताया था। सुरजेवाला से इस संदर्भ में पूछे प्रश्न के उतर में उन्होंने मुख्यमंत्री को गप्पू और राजनीति में कच्चा करार दिया। उन्होंने कहा कि बेशक मुख्यमंत्री उनसे बड़े हैं उनका पद भी बड़ा है लेकिन मुख्यमंत्री ने केवल दो चुनाव लड़े हैं जबकि वह अब तक आठ चुनाव लड़ चुके हैं। चार चुनाव उन्होंने जीते हैं।

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री को बताया गप्पू और राजनीति में कच्चा....

कैथल (विपिन शर्मा) || हरियाणा प्रदेश के  मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने रविवार को कैथल में रणदीपसिंह सुरजेवाला को प्रदेश का पप्पू बताया था। सुरजेवाला से इस  संदर्भ में पूछे प्रश्न के  उतर में उन्होंने मुख्यमंत्री को गप्पू और राजनीति में कच्चा करार दिया। उन्होंने कहा कि बेशक मुख्यमंत्री उनसे बड़े हैं उनका पद भी बड़ा है लेकिन मुख्यमंत्री ने केवल दो चुनाव लड़े हैं जबकि वह अब तक आठ चुनाव लड़ चुके हैं। चार चुनाव उन्होंने जीते हैं। वह मुख्यमंत्री से राजनीति में काफी सीनियर हैं। सुरजेवाला ने रविवार सायं अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल हर मामले को उलझाकर टालना चाहते हैं। उन्होंने पिछडा वर्ग की वर्ग की इकलौती आईएएस अधिकारी रानी नागर पर लगातार जानलेवा हमला, शोषण व अत्याचार क्यों किए जा रहे हैं इसको लेकर मुख्यमंत्री मनोहर पर कई सवाल खडे किए। उन्होंने कहा कि यूपी.हरियाणा की भाजपा सरकारें आईएएस अधिकारी सुश्री रानी नागर को जान से मारने के षंडयंत्र की जांच क्यों नहीं कर रहीं। 

आज तक रानी नागर के इस्तीफे खारिज करने व हरियाणा से यूपी काडर बदलने पर निर्णय क्यों नहीं लिया गया। 

भाजपा सरकार  से सुरजेवाला ने पूछ कई सवाल 

1 गुर्जर समाज की इकलौती आईएएस अधिकारी सुश्री रानी नागर पर हो रहे लगातार हमले, शोषण व प्रताडऩा पर कार्यवाही न करने का राज क्या है। 

2.सुश्री रानी नागर व उनकी बहन की बार.बार की गई शिकायतों पर खट्टर सरकार ने कार्यवाही क्यों नहीं की। खट्टर सरकार ने रानी नागर पर हाई सिक्योरिटी यूटी गेस्ट हाउस चंडीगढ़ में हमले का संज्ञान क्यों नहीं लिया।

3. मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत सुरक्षा के खतरे के चलते इस्तीफ ा देने वाली गुर्जर.पिछड़ा वर्ग की इकलौती आईएएस अधिकारी सुश्री रानी नागर को एक बार भी बुलाकर मिलना व दोषियों के खिलाफ  कार्यवाही करना उचित क्यों नहीं समझा। क्या प्रदेश के मुखिया के तौर पर यह खट्टर साहब की जिम्मेदारी नहीं है। 

4.क्या खट्टर सरकार रानी नागर के हमलावरों को प्रत्यक्ष या परोक्ष संरक्षण दे रही है।