फरीदाबाद में चलती ट्रेन से उतरते हुए एक यात्री आया चपेट में ट्रेन से कटे दोनो पाँव, स्थानीय लोगों ने दिखाई इंसानियत, रिक्शे पर रखकर पहुंचाया अस्पताल।दिल्ली से सटे फरीदाबाद में एक्सप्रेस ट्रेन से उतरते समय एक यात्री उसकी चपेट में आ गया जिसके चलते उसके दोनों पांव कट गए हादसे को देख स्थानीय लोगों ने 100 नंबर को फोन कर जिला पुलिस को और जीआरपी को इसकी सूचना दी
लेकिन दोनों समय पर नहीं पहुंचे और उन्हें घायल को जल्द अस्पताल पहुंचाने की नसीहत दे डाली जिसके चलते स्थानीय लोगों ने उसकी मदद करते हुए आनन-फानन में उसे रिक्शे से फरीदाबाद के सिविल अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों की टीम में उसे फर्स्ट एड देते हुए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया डॉक्टर के मुताबिक घायल के दोनों पांव कटने से ब्लीडिंग ज्यादा हो गई थी जिसके चलते उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया है।
तस्वीरों में दिखाई दे रहा यह वही शख्स है जिसने जल्दबाजी के चलते उसने अपने दोनों पांव गवा दिए बता दें किसके पास से मिली टिकट के मुताबिक यह तिरुपति से नई दिल्ली जा रहा था कि तभी ट्रेन नीलम से बांटा के बीच पहुंचते-पहुंचते कुछ धीमी रफ्तार हो गई और यह वहां उतरने लगा लेकिन तभी अचानक ट्रेन की चपेट में आ गया आज के दोनों पांव इस हादसे में कट गए। स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्होंने बताया कि ट्रेन मथुरा की तरफ से दिल्ली जा रही थी कि तभी ट्रेन से उतरते समय इस युवक के साथ यह हादसा हो गया जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना 100 नंबर पर और जीआरपी पुलिस को दी लेकिन दोनों ने यह कहकर टाल दिया कि उनकी एंबुलेंस को पहुंचने में समय लग जाएगा ऑल से जल्दी से जल्दी अस्पताल में पहुंचा
दो स्थानीय लोगों के पास कोई साधन ही था तो आनंद थाना में उन्होंने एक तिपहिया रिक्शे को पका और उसी पर उसे डालकर एंबुलेंस की रफ्तार में फरीदाबाद के सिविल अस्पताल पहुंचा दिया जहां डॉक्टरों ने उसे फर्स्ट एड देकर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया बता दें कि स्थानीय लोगों की मुस्तैदी के चलते इस युवक की जान बच पाई अन्यथा इसकी ज्यादा ब्लीडिंग होने के चलते मौके पर ही मौत भी हो सकती थी।
वहीं डॉक्टर के मुताबिक उनके पास ट्रेन एक्सीडेंट का केस आया था हादसे में युवक की दोनों पैर कट चुके थे जिसके बाद उन्होंने उसे फर्स्ट एड देकर दिल्ली रेफर कर दिया।इस मामले में जांच अधिकारी सुदेश का कहना है कि उनके पास कंट्रोल से बीटीआई थी जिसके बाद वह अस्पताल पहुंची तो ट्रेन हादसे के शिकार युवक को अस्पताल पहुंचाया जा चुका था