बारिश पर फिर देवभूमि में त्राहिमाम, उतराखंड के टीयूनी मे बादल फटा, दो लोग बहे
उत्तराखंड में भारी बारिश ने एक पार फिर कहर बरसाया हैं । हर तरफ नदियों और नालों में तेज़ उफान और जबर्दस्त बहाव के साथ तबाही ही तबाही दिख रही हैं । लोग भगवान से प्रार्थना कर रहें हैं और सरकार से राहत बचाव की उम्मीद लगा रहें हैं ।
अभी ताजा जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के ट्यूनी में बादल फटने से 2 लोग पानी के तेज़ बहाव में बह गयें, जिनकी तलाश जारी हैं । सड़कें बह गई हैं। पूल टूट गए हैं । स्कूल कॉलेज और घरों में पानी भर गया हैं । नदियों का सैलाब और बहाव देख आकर किसी बड़े विपदा का संकेत मिल रहा हैं । फिलहाल राहत और बचाव के लिए सरकार ने सुविधाए और आपदा प्रबंधन टीमों को रवाना किया है । उत्तर भारत के कई इलाकों मे बारिश के कारण आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। वर्षाजनित हादसों के कारण हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 8 लोगों की मौत हुई है। कई जिलों में बाढ़ के कारण गांवों का संपर्क कट गया है। राज्य के तमाम हिस्सों में हुई लैंड स्लाइड्स और फ्लैश फ्लड के कारण 323 रास्तों और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 5 पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड और राजस्थान के कई हिस्सों में भी बाढ़ जैसे हालात के कारण सार्वजनिक संपत्तियों को काफी नुकसान हुआ है। रविवार को किन्नौर जिले के रिब्बा इलाके में बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भूस्खलन की अलग-अलग घटनाओं के कारण 323 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध है। प्रदेश के कांगड़ा जिले में अब तक सबसे अधिक बारिश हुई है। यहां अधिकारियों ने 118 एमएम तक वर्षा होने की बात कही है। इसके अलावा धर्मशाला में 115 एमएम, डलहौजी और चंबा में 73 एमएम बारिश हुई है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, वर्षाजनित घटनाओं के कारण हिमाचल प्रदेश में आठ लोगों की मौत हुई है। शिमला के आरटीओ कार्यालय के पास भूस्खलन की घटना में तीन लोगों के मारे जाने की सूचना है। इसके अलावा इस घटना में एक अन्य शख्स के मलबे में दबे होने की खबर है। वहीं, बारिश के कारण एक मकान की दीवार गिरने के कारण एक मजदूर की भी मौत हुई है।