दिल्ली में रक्षाबंधन के दिन पंतग के मांझे ने ली 28 वर्षीय सिविल इंजीनियर की जान, स्कूटी से बहन को लेकर जा रहे थे मामा के घर, एलिवेटेड सड़क पर हुआ हादसा
बरहाल इस इस मामले में भी अगर समय रहते कोई राहगीर मदद के लिए रुक जाता तो शायद आज मानव शर्मा जीवित होते। लेकिन ऐसा हुआ नही। और किसी के ज़रा से फायदे और मज़े के चलते एक बेकसूर युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी जिसके चलते आज एक हंसता खेलता घर बर्बाद हो गया है। वहीं इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि दिल वालो का शहर कही जाने वाली इस दिल्ली में शायद अब दिल किसी के पास रहा है नही।
राजधानी दिल्ली में रक्षा बंधन के दिन पतंग के मांझे से गर्दन कटने से सिविल इंजीनियर की दर्दनाक मौत, सड़क पर काफी देर तक नही की किसी ने भी मदद, अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर्स ने किया मृत घोषित, 2 बहनों का इकलौता भाई था मृतक, परिवार में अकेला था कमाने वाला, करीब 5 साल पहले ही हो चुकी है पिता की भी मौत, दिल्ली के थाना पश्चिम विहार इलाके के आउटर रिंग रोड स्थित एलिवेटेड रोड पर हुआ ये दर्दनाक हादसा। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच के जुटी। मांझा चाइनीज़ या कोई और जांच का विषय।स्वन्त्रता दिवस और रक्षा बंधन का त्यौहार एक तरह जहां देश भर में लोगो के लिए डबल खुशियाँ लेकर आया वहीं ये दिन दिल्ली के कृष्ण विहार में रहने वाले मानव शर्मा के लिए उनका काल बन गया। दरअसल मानव शर्मा अपनी बहन और माँ के साथ रहते थे, और पेशे से सिविल इंजीनियर थे, मानव की बहन के अनुसार रक्षा बंधन के दिन राखी का त्योहार मनाने में लिए वो अपनी बहन के साथ हरिनगर स्थित स्कूटी से अपने मामा के घर जा रहे थे, कि जैसे ही वो पश्चिम विहार स्थित आउटर रिंग रोड पर बने एलिवेटेड फ्लाई ओवर पर पहुँचे तो अचानक से पतंग का मांझा उनकी गर्दन में फंस गया और उनकी गले की नस काट गयी और ज्यादा खून बह जाने की वजह से उनकी मौत हो गई। मृतक की बहन ने बताया कि हादसे के बाद वो सड़क पर मदद के लिए राहगीरों से मदद मांगती रही पर कोई नही रुका। काफी देर बाद लड़की को सड़क पर बदहवास से चिल्लाते देख एक बाइक सवार महिला और उनका बेटे ने रूककर मृतक की बहन के साथ मिलकर घायल को पास के बालाजी एक्शन अस्पताल में पहुँचाया जहाँ डॉक्टर्स ने मानव को मृतक घोषित कर दिया। और बाद में संजय गांधी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया है। और अब परिवार का रो रोकर बुरा हाल है।गौरतलब है कि इस तरह की खबरे पहले भी कई बार आ चुकी हैं और ज्यादातर मामलों में चाइनीज़ मांझे से लोग न सिर्फ घायल होते थे बल्कि कई लोगो की मोत भी हो चुकी है। जिसके बाद सरकार ने पूरी तरह से चाइनीज़ मांझे की बिक्री पर बैन लगा दिया था। लेकिन इस सब के बावजूद भी लोग अपने निजी फायदे के लिए चोरी छुपे इसे बेचते हैं। इस मामले में भी आशंका जताई जा रही है कि मानव की मौत का कारण भी यही प्रतिबंधित चाइनीज़ मांझा ही है। हांलाकि अभी पुलिस इस बाबत मामले की जांच कर रही है कि जिस मांझे से मृतक की गर्दन कटी है वो मांझा कौन सा है, लेकिन प्रथम दृष्टि कोण में अभी तक पुलिस चाइनीज़ मांझा ही मान रही है।