मथुरा : सिलेंडर में भीषण आग लगने से आस पास के इलाके में बना दहशत का माहौल ....
विधायक कारिंदा सिंह चौबीस घण्टे बीतने के बाद भी पीड़ित परिवार से मिलने नही पहुँचे। वही समाजवादी पार्टी से पूर्व प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने उत्तर प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार के लिए दस लाख रुपये व एक मकान बना कर देने की मांग की है। साथ ही पीड़ित परिवार का लगभग 7 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। पीड़ित परिवार के पास ना छत है ना सामान है हर सामान जल कर खाक हो चुका है। ऐसे में पीड़ित परिवार को जिला प्रशासन तत्काल राहत प्रदान करें। साथ ही स्थानीय ग्रामीणों में भी जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों के मौके पर ना पहुँचने के चलते आक्रोश व्याप्त है।
मथुरा के थाना गोवर्धन क्षेत्र के ग्राम पाडल के नगला छोंकरवास रांकोली में बीती रात सब्जी बनाते समय सिलेंडर में आग लग गयी। घर में भीषण आग लगने से एक दर्जन पशु करीब 40 मन अनाज और दो भूसा से भरी बुर्जी जलकर राख हो गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर राधा कुंड चौकी प्रभारी जितेंद्र तेवतिया मौके पर पहुँच गए यहां उन्होंने फायर टेंडर की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पीड़ित हुकम सिंह पुत्र मोहनलाल निवासी नगला छौकरवास राकोली भाग पाडल के घर मे अचानक भीषड आग लगने से लोगों में भगदड़ मच गई और दर्जनों ग्रामीण आग भुजाने में जुट गए ग्रामीणों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया। अब सवाल यह उठता है कि केंद्र और प्रदेश सरकार पक्के मकान देने का दावा करती है। सत्य यह है कि पीड़ित परिवार सहित अन्य ग्रामीण घास फूस के मकानों में छप्पर बना कर आज भी मौके पर रह रहे है।आज मौके पर समाजवादी पार्टी गोवर्धन से पूर्व प्रत्याशी रहे प्रदीप चौधरी ने पीड़ित परिवार को राशन सामिग्री एवं नगद 5 हजार की राशि देकर आर्थिक सहयोग किया। वही जब पीड़ित परिवार के महाराज सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से कोई भी अधिकारी मदद के लिए मौके पर नही पहुँचा। ना पीड़ित परिवार की मदद के लिए स्थानीय विधायक कारिंदा सिंह चौबीस घण्टे बीतने के बाद भी पीड़ित परिवार से मिलने नही पहुँचे। वही समाजवादी पार्टी से पूर्व प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने उत्तर प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार के लिए दस लाख रुपये व एक मकान बना कर देने की मांग की है। साथ ही पीड़ित परिवार का लगभग 7 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। पीड़ित परिवार के पास ना छत है ना सामान है हर सामान जल कर खाक हो चुका है। ऐसे में पीड़ित परिवार को जिला प्रशासन तत्काल राहत प्रदान करें। साथ ही स्थानीय ग्रामीणों में भी जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों के मौके पर ना पहुँचने के चलते आक्रोश व्याप्त है।