पानीपत में यमुना के धार से भूस्खलन, प्रशासन के तैयारियों की खुली पोल...
पानी का जल स्तर बढ़ा तो ये बांध टूट जायेगा और उनके गांव में पानी पानी हो जायेगा। उन्हें बाढ़ का डर सताने लगा है। यमुना नदी में हाल ही में यमुनानगर हेड से पानी छोड़ा गया है जो की पानीपत में देर रात तक पहुंच जायेगा ,जिससे ग्रामीणों और प्रसाशन की मुसीबते बढ़ सकती है।
पानीपत,(मदनलाल)।। यमुना नदी के तटबंद में कटाव शुरू ,गांव वासियो की बढ़ी चिंता ,सताने लगा बाढ़ का डर। यमुना नदी के साथ लगते गावो में लाखो रूपये की कीमत से यमुना में डलवाये गए थे पत्थर ताकि यमुना के बहाव से तटबंध पर कटाव ना हो लेकिन प्रसाशन के दावों की खुली पोल। देर रात तक पहुंचेगा पानीपत में यमुना का पानी , ऐसे में बढ़ सकती ग्रामीणों की मुसीबते । आप को बता दे की पानीपत यमुना की तलहटी पर बसे गांवों में बाढ़ का खतरा बना रहता है खास तौर पर मॉनसून के मौसम में। लेकिन प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रबंधन के बड़े बड़े दावे किये जाते है लेकिन यमुना की तलहटी पर बसे गांव मिर्जापुर के लोगो को बाढ़ का खतरा सताने लगा है प्रशासन द्वारा जुलाई में तटबंदो की रिपेयर करवाई गई थी और पत्थर भी डलवाये गए थे ,ताकि किसी प्रकार का कटाव ना हो। लेकिन हल्का सा पानी छोड़े जाने से यमुना के तटबंध पर कटाव शुरू हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है प्रशासन द्वारा तीन से चार ट्रंक पत्थर डलवाये गए जिनको पानी में वैसी ही फेंक दिया गया ,उन पर ना ही लोहे के जाल से सेटिंग की गई। जिसके काऱण पत्थर पानी में बह गए और तटबंध पर कटाव सुरु हो गया।
ग्रामीणों का कहना है की अगर यमुना नदी में पानी का जल स्तर बढ़ा तो ये बांध टूट जायेगा और उनके गांव में पानी पानी हो जायेगा। उन्हें बाढ़ का डर सताने लगा है। यमुना नदी में हाल ही में यमुनानगर हेड से पानी छोड़ा गया है जो की पानीपत में देर रात तक पहुंच जायेगा ,जिससे ग्रामीणों और प्रसाशन की मुसीबते बढ़ सकती है।