कैथल जिला ने महिला छात्राओं के लिए एक सकारात्मक पहल
विद्या वाहिनी नामक इन बसों की विशेषता यह रहेगी यह सुबह 3 घंटे स्कूल कॉलेज के टाइम में महिला छात्राओं को उनके स्कूल को कॉलेज छोड़कर आएंगे और दोपहर बाद जब स्कूल कॉलेज की छुट्टी हो जाती है 3 घंटे यह सर्विस बस अड्डे तक वापस लाने के लिए जारी रहेगी 30 सितंबर तक यह सर्विस बिल्कुल मुफ्त रहेगी
जिला प्रशासन की एक सकारात्मक पहल "विद्यावाहिनी" -एक ऐसी बस सर्विस जो केवल महिला छात्राओं को कैथल के बस अड्डे से उनके स्कूल - कॉलेज तक लेकर जाएगी और वापिस लेकर आयेगी कैथल जिला ने महिला छात्राओं के लिए एक सकारात्मक पहल की है विद्यावाहिनी बस सर्विस विद्या वाहिनी एक बस सर्विस है जो महिला छात्राएं हैं उन्हें कैथल के बस अड्डे से उनके स्कूल - कॉलेज तक लेकर जाएगी और वापिस लेकर आयेगी कैथल के बस अड्डे से अपने स्कूल कॉलेज जाने के लिए या तो ऑटो रिक्शा का सहारा लेना पड़ता था या किसी अन्य साधन का जिसके लिए उन्हें पैसा भी काफी खर्च करना पड़ता था और धक्का-मुक्की हुई सहन करनी पड़ती थी इस बात का संज्ञान कैथल की उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ले लिया और तीन विद्यावाहिनी बसें इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड व रेडक्रॉस के सहयोग से चलाई गई है इसकी शुरुआत कैसल की उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने आज हरी झंडी देकर की विद्या वाहिनी नामक इन बसों की विशेषता यह रहेगी यह सुबह 3 घंटे स्कूल कॉलेज के टाइम में महिला छात्राओं को उनके स्कूल को कॉलेज छोड़कर आएंगे और दोपहर बाद जब स्कूल कॉलेज की छुट्टी हो जाती है 3 घंटे यह सर्विस बस अड्डे तक वापस लाने के लिए जारी रहेगी 30 सितंबर तक यह सर्विस बिल्कुल मुफ्त रहेगी उसके बाद इस सेवा का प्रयोग रेड क्रॉस द्वारा ₹50 मासिक शुल्क पर कर सकेगी उन्हें एक पास जारी किया जाएगा जिससे यह पहचान हो जाएगी यह महिलाएं छात्रा ही है और यह उस पास के जरिए पूरे महीने मात्र ₹50 में सफर कर सकेंगे इन बसों में महिला कंडक्टर होगी और सुरक्षा हेतु एक महिला पुलिसकर्मी भी रहेंगी जब हमने कुछ छात्राओं से बात की उन्होंने बताया कि पहले जो लोकल बस चलती थी उसमें धक्का-मुक्की काफी होती थी या हमें ऑटो में महंगा किराए देकर अपने स्कूल को ले जाना पड़ता था कई बार ऑटो रिक्शा वाले पूरी सवारी भरकर ही चलते थे हमें अपने स्कूल कॉलेज में लेट हो जाया करती थी परंतु यह जिला प्रशासन ने जो कदम उठाया है उसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं