जेएनयू का बदलने वाला हैं नाम...?? दिल्ली संसद हंस राज हंस ने सुझाया नया नाम....
जेएनयू और सियासत का पुराना रिश्ता है। मतलब सियासत की कोई भी बिसात या तो जेएनयू से शुरू होती हैं या जेएनयू के चौखट से होकर गुजरती हैं । अब एक नया बयान जेएनयू के प्रांगण से फिर से चर्चाओं में है । बयान हैं बीजेपी के ही सांसद हंस राज हंस का जिन्होने जेएनयू का नाम बादल कर प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर यानि एमएनयू करने की वकालत की हैं ।
नई दिल्ली ।। इसी सियासी दंगल में दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद हंस राज हंस ने जवाहर लाल यूनिवर्सिटी का नाम बदलने की मांग कर दी है। आगे उन्होंने कहा कि कश्मीर में ऐसी समस्या नहीं होनी चाहिए थी। फिर वह आगे बोले, 'हमारा बुजुर्गों ने गलतियां की हैं और हम भुगत रहे हैं।' इसके बाद हंस राज हंस बोले कि लोग किसी भी तरफ से मरें, मरता एक मां का बेटा है जो ठीक नहीं। इसके बाद वह बैठे लोगों से पूछते हैं....इसका नाम जेएनयू क्यों? इसपर बैठे लोग बोलते हैं जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी।सांसद हंस राज हंस ने यह बात जेएनयू के ही एक कार्यक्रम में कही। हंस राज हंस वहां जम्मू कश्मीर से हटाए गए अनुच्छेद 370 पर बात कर रहे थे। कार्यक्रम में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दुआ करो सब अमन से रहें। बम न चले। मैं तो कहता हूं कि जेएनयू का नाम बदल कर एमएनयू कर दो। मोदी के नाम पर भी तो कुछ होना चाहिए। इस पर हंस राज हंस इशारों में कहते हैं उन्हीं की वजह से (कश्मीर में) कुछ हुआ था। मैं तो कहता हूं...सुनने में अजीब लगेगा..कि इसका नाम एमएनयू कर दो। मोदी जी के नाम पर भी कुछ होना चाहिए।' बता दें कि हंस राज हंस राजधानी में नॉर्थ वेस्ट दिल्ली से सांसद हैं। इस सीट से उन्हें दलित नेता उदित राज की जगह टिकट दिया गया था। इस बात से नाराज उदित राज ने बाद में कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली थी।