झज्जर : मासूम व दो छात्राओं के गायब होने का मामला ननिहाल में मिला,छात्राओं ने खुद पकड़ी घर की राह पारिवारिक कलह के चलते छोड़ा था छात्राओं ने घर ............
उन्होंने यह भी बताया कि घर छोडऩे से पहले इन दोनों ही छात्राओं ने मिर्ची पॉवडर भी अपने साथ रखा। ताकि कहीं कोई इनके साथ अनहोनी घटना न घटे। डीएसपी ने छात्राओं का उनके अभिभावकों के सामने बैठाकर काऊंसलिंग कराने की भी बात कही है। उधर इन छात्राओं का पुलिस ने पहले तो स्थानीय अस्पताल में मैडिकल परीक्षण कराया और बाद में अदालत में इनके बयान कराने के बाद इन्हें परिजनों के हवाले कर
झज्जर से एक 12 साल के मासूम व दो स्कूली छात्राओं के अचानक घर से गायब होने के मामले की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने घटना के चौबीस घंटे बीत जाने के बाद सुलझा ली है। मासूम को पुलिस ने जहां उसके दिल्ली नांगलोई स्थित ननिहाल से बरामद किया,वहीं गायब छात्राएं पास में आधार कार्ड व पैसे कम होने और किसी भी धर्मशाल या फिर होटल में कोई कमरा न मिलने की सूरत में झज्जर वापिस लौट आई। लेकिन इससे पहले कि यह छात्राएं परिजनों के पास पहुंच पाती उससे पहले ही स्थानीय पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस की जांच में इन दोनों ही मामलों में जो बातें खुलकर सामने आई है उसके अनुसार गुरूवार की सुबह अपने घर से घूमने की कह कर निकला 12 साल का छात्र इन दिनों स्कूल द्वारा लिए जा रहे रूटीन के टैस्ट में नम्बर कम आने से परेशान था और उसके अभिभावकों के गुस्से का शिकार न होना पड़े इसी के चलते उसने घर छोड़ दिया। पुलिस की माने तो मासूम बस में सवार होकर पहले बहादुरगढ़ पहुंचा और बाद में पैदल-पैदल चलकर नांगलोई दिल्ली स्थित अपने ननिहाल चला गया। दोनों ही मामलों की सुलझाई गई गुत्थी की जानकारी देने के लिए डीएसपी रणबीर सिंह व श्मशेर सिंह ने सिटी थाना प्रभारी जितेन्द्र के साथ एक संयुक्त पत्रकार वार्ता महिला थाने में बुलाई। गायब छात्राओं के मामले का खुलासा करते हुए डीएसपी रणधीर सिंह ने बताया कि बुधवार को घर से टयूशन पढऩे की कह कर निकली दोनों ही छात्राएं काफी समझदार है। इस मामले में गलती उनसे यहीं हुई कि यह दोनों छात्राएं अपने पारिवारिक कलह से परेशान थी और इसी के चलते उन्होंने घर छोडऩा बेहतर समझा। डीएसपी ने बताया कि अचानक घर छोडऩे वाली इन दोनों ही छात्राओं के पास न तो आधार कार्ड था और न ही ज्यादा पैसे। गुस्से में आकर इन्होंने अपना घर तो जरूर छोड़ दिया,लेकिन कोई भी आईडी न होने के चलते इन्हें कहीं भी किसी होटल या फिर धर्मशाला में कमरा नहीं मिला। जिसके चलते यह जब वापिस आ रही थी तो बस में ही बैठी महिला पुलिस की एक सिपाही ने शक होने पर इनसे थोड़ी पूछताछ की तो मामले की गुत्थी सुलझती चली गई। बाद में महिला पुलिस हीं इन्हें झज्जर लेकर आई।