यमुनानगर में कड़कड़ाती ठण्ड देखते हुए हरियाणा के शिक्षा मंत्री निकले रेन बसेरो का औचक निरिक्षण करने ......................
ठंड के प्रकोप से सब बचे रहे इसके लिए रैन बसेरे बनाये गए कि जरूरत मंद लोगो को यहाँ आश्रय मिले।वही स्कूलों को लेकर उन्होंने कहा कि सर्दी का मौसम 2महीने तक होता है ज्यादा छुटिया भी नही कर सकते जिस प्रकार से अगर मौसम ज्यादा खराब होगा तो इस बारे में देखेंगे।आखिरकार मीडिया में बार रैन बसेरों की जमीनी हक्कीकत दिखाने के बाद रैन बसेरे तो फिलहाल दुरुस्त दिखाई दे रहे है ।अब देखना होगा कि कब ये व्यवस्था ऐसे ही दुरुस्त रहती है क्योंकि मकसद केवल खबर दिखाना नही है बल्कि उनकी आवाज़ उठाना भी है जिनके लिए ये रैन बसेरे बने है ।ताकि खुले आसमान के नीचे कोई न सोए।
पहाड़ो पर हो रही बर्फ़बारी से हरियाणा में भी ठंड ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिया है।शीतलहर से हर कोई कांप रहा है ।यमुनानगर में पारा 4 डिग्री तक है।इसी कड़कड़ाती ठंड के बीच सवालों के घेरे में रहने वाले रैन बसेरों के औचक निरीक्षण के लिए हरियाणा के शिक्षा मंत्री निकले और यमुनानगर जगाधरी के सभी रैन बसेरों का औचक निरीक्षण कर वहां रह रहे लोगो का हाल जाना और किस प्रकार की व्यवस्था है उसका जायजा लिया।एक रैन बसेरे में जरूरत मंदों को गर्म कपड़े में वितरित किये।शिक्षा मंत्री कवँरपाल गुर्जर ने कहा की ठंड बहुत अधिक है रैन बसेरों का निरीक्षण किया गया।शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि चाहे ठंड की बात हो या अन्य कोई व्यवस्था सब बिल्कुल ठीक रहे।इस प्रकार का औचक निरीक्षण आगे में जारी रहेगा।हरियाणा के शिक्षा मंत्री कवँरपाल गुर्जर ने जगाधरी बस स्टेंड,यमुनानगर बस स्टैंड,रेलवे स्टेशन चोंक,यमुना गली इस सब रैन बसेरों का औचक निरीक्षण किया।जगाधरी बस स्टैंड पर व्यवस्था तो ठीक मिली पर वहां रहने के लिए कोई नही आया था इसी तरह यमुनानगर बस स्टैंड पर केवल एक ही व्यक्ति था,इसके बाद रेलवे स्टेशन चोंक पर बने रैन बसेरे में काफी संख्या में लोग ठहरे हुए थे।उन सभी से शिक्षा मंत्री ने बात की और पूछा कि क्या कोई समस्या है या किसी प्रकार की कोई परेशानी तो जवाब न मिला।सब व्यवस्था दुरुस्त थी।इस दौरान शिक्षा मंत्री ने वहाँ के बिस्तर रख रखाव रिजिस्टर सब चेक किया। से बात करते हुए शिक्षा मंत्री कवँरपाल गुर्जर ने कहा कि रैन बसेरों में औचक निरीक्षण किया है।व्यवस्था ठीक मिली है ।यहाँ के केयर टेकर ने व्यवस्था को ठीक रखा हुआ है।इस बार ठंड बहुत ज्यादा हरियाणा में कही कही तो तापमान जीरो तक भी चला गया।ऐसे में ठंड के प्रकोप से सब बचे रहे इसके लिए रैन बसेरे बनाये गए कि जरूरत मंद लोगो को यहाँ आश्रय मिले।वही स्कूलों को लेकर उन्होंने कहा कि सर्दी का मौसम 2महीने तक होता है ज्यादा छुटिया भी नही कर सकते जिस प्रकार से अगर मौसम ज्यादा खराब होगा तो इस बारे में देखेंगे।आखिरकार मीडिया में बार रैन बसेरों की जमीनी हक्कीकत दिखाने के बाद रैन बसेरे तो फिलहाल दुरुस्त दिखाई दे रहे है ।अब देखना होगा कि कब ये व्यवस्था ऐसे ही दुरुस्त रहती है क्योंकि मकसद केवल खबर दिखाना नही है बल्कि उनकी आवाज़ उठाना भी है जिनके लिए ये रैन बसेरे बने है ।ताकि खुले आसमान के नीचे कोई न सोए।