फरीदाबाद में जन्मदिन मना रहे युवकों का डीजे बजाने को लेकर हुआ रेस्टोरेंट्स संचालकों ने पीटा , 1 युवक की मौत
हाथापाई मारपीट में बदल गई एक दूसरे को जो रेस्टोरेंट में रखा समान हाँथ आया उठाकर मारने लगे एक तरफ लोग खाना खा रहे थे लेकिन झगड़ा होते ही सब धरा का धरा रह गया। बस इसी झगड़े में हितेश भी बीच बचाव कराने गया लेकिन हितेश को इस झगड़े में गंभीर चोट लग गई। हितेश के परिजनों का कहना है की मृतक को रेस्टोरेंट संचालको ने ही बुरी तरह से लाठी डंडे और चाक़ू से मारा जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
फरीदाबाद में देर रात जन्मदिन की पार्टी मना रहे दोस्त एक दूसरे को बधाइयां दे रहे थे नाच गा रहे थे कि तभी डीजे बजाने को लेकर उनका रेस्टोरेंट्स संचालक से विवाद हो गया। बता दें की रेस्टोरेंट चालक ने समय ज्यादा होने के चलते डीजे बंद करवा दिया था लेकिन पार्टी की मस्ती में झूम रहे युवकों ने दोबारा डीजे चलाने का उस पर दबाव बनाया और इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई । यह कहासुनी झगड़े में बदल गई जिसमें बर्थडे पार्टी में आये एक युवक हितेश भाटिया को इस झगडे में गंभीर चोट आई जिसके चलते उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस मैं रेस्टोरेंट संचालक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और जांच की बात कह रही है । तस्वीर में दिखाई दे रहा यह एनआईटी फरीदाबाद के दो नंबर का रहने वाला हितेश भाटिया है और यह वही आंगन रेस्टोरेंट है जहाँ देर रात बर्थडे मना रहे लोगों में डीजे बजाने को लेकर विवाद हो गया जिसके बाद रेस्टोरेंट संचालक में अपने साथियों के साथ मिलकर जमकर मारपीट की जिसमें हितेश भाटिया की मौत हो गई । हितेश भाटिया अपने साथी के साथ उसका कल देर रात जन्मदिन मनाने गए थे बता दें कि पार्टी एनआईटी के तीन नंबर में स्थित आंगन रेस्टोरेंट में चल रही थी पार्टी में सभी मौज मस्ती कर रहे थे. इसी मस्ती में समय कितना हुआ वह उनको शायद अंदाजा नहीं थालेकिन डीजे के बंद करने का समय बीत चुका था और रेस्टोरेंट संचालक ने डीजे बंद करवा दिया बस यूं मानों की डीजे बंद होने से उनकी मौज मस्ती में खलल पड़ गया और उन्होंने दोबारा डीजे चलाने का संचालक पर दबाव बनाया। लेकिन रेस्टोरेंट संचालक ने समय ज्यादा हो जाने की बात कहकर डीजे नहीं चलाया इसी बात को लेकर रेस्टोरेंट संचालकों और बर्थडे पार्टी मना रहे दोस्तों के साथ हाथापाई शुरू हो गई। हाथापाई मारपीट में बदल गई एक दूसरे को जो रेस्टोरेंट में रखा समान हाँथ आया उठाकर मारने लगे एक तरफ लोग खाना खा रहे थे लेकिन झगड़ा होते ही सब धरा का धरा रह गया।बस इसी झगड़े में हितेश भी बीच बचाव कराने गया लेकिन हितेश को इस झगड़े में गंभीर चोट लग गई। हितेश के परिजनों का कहना है की मृतक को रेस्टोरेंट संचालको ने ही बुरी तरह से लाठी डंडे और चाक़ू से मारा जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। उनकी पत्नी की आंखे आज भी अपने वीर पति की याद में भर उठती हैं। इस वीरांगना ने तो अपनी पति की याद ताजा रखने के लिए उसका स्प्लेंडर" मोटर साइकिल शीशे के शो केस बना कर उसमें सजा रखा है। शहीद की पत्नी कमलेश का कहना है सरकार उसके वीर पति के नाम पर किये स्कूल का नाम उनके नाम रखने के वायदे पूरे करे।