सोहना कांग्रेस अगर इतनी सक्षम होते तो 550 सीटों में से उसकी 525 सीटें होती वह मोदी को मात्र दो ही सीटें मिलती है गुलाम नबी आजाद कांग्रेस नेता ............

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जब सरकार आई थी जब काफी युवाओं को रोजगार के लिए कहा लेकिन एक करोड़ लोगों को बेरोजगार सरकार नहीं दे पाई ...वही गरीब लोगों को ब्लैक मनी ल कर15 लाख देने की भी बात कही थी.. लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला इसलिए यह गरीब विरोधी सरकार है कांग्रेस हरियाणा प्रभारी ने किसानों की आत्महत्या को लेकर कहा कि किसानों की इस सरकार में हत्या हो रही हैं ...कांग्रेस ने 2008 में कर्जा माफ करने की बात प्रधानमंत्री से कही थी... लेकिन प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर मना कर दिया वही मजदूरों के लिए डी मोनेटाइजेशन की वजह से मध्यम दर्जे के उद्योग बंद हो गए व काफी लोग बेरोजगार हो गए

सोहना कांग्रेस अगर इतनी सक्षम होते तो 550 सीटों में से उसकी 525 सीटें होती वह मोदी को मात्र दो ही सीटें मिलती है गुलाम नबी आजाद कांग्रेस नेता ............

कांग्रेस स्थापना दिवस के मौके पर सोहना में आयोजित संविधान बचाओ, देश बचाओ रैली में हरियाणा के प्रभारी कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आज के समय अगर कांग्रेस इतनी सक्षम होती तो उसके पास 550 सीटों में से 525 सीटें होती व मोदी के पास मात्र दो ही सीटें होती... उन्होंने इस मौके पर कहा कि आज संख्या के बल पर संसद में जो कानून पास हो रहे हैं ...हर कानून के लिए सुप्रीम कोर्ट के पास लोगों को जाना पड़ रहा है ..यह दो चार आदमियों के कानून है जो लोगों पर थोपे जा रहे हैं... इस मौके पर कांग्रेस वरिष्ठ नेता की जुबान फिसली किसानों की आत्महत्या को उन्होंने बार-बार हत्या कहा व कहा कि बीजेपी सरकार में किसानों की लगातार हत्याएं हो रही हैं ...सोहना में आयोजित संविधान बचाओ देश बचाओ रैली में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में 28% बेरोजगारी आज है ...इस मौके पर कांग्रेस के सभी विधायक मौजूद थे कांग्रेस नेता नागरिकता बिल पर हो रहे विरोध पर  कांग्रेस पर लग रहे  आरोपों को लेकर कहा कि अगर आज कांग्रेस इतनी सक्षम होती कि उसकी एक आवाज पर कश्मीर से कन्याकुमारी तक लोग विरोध करने लग जाएंगे... तो आज कांग्रेस की 550 में से 525 सीटें होती वह मोदी के पास मात्र एक-दो ही सीटें होती इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज अपने संख्या के बल पर असंवैधानिक तरीके से कानून बनाए जा रहे हैं ..संसद में पास होने वाले सभी कानूनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खटखटाने पढ़ रहे हैं ..कानून ऐसा होना चाहिए जो सभी को मंजूर होना चाहिए ऐसे कानूनों के कारण देश में विरोध खड़ा हो गया  है ..इसमें देश का कसूर नहीं यह सरकार का कसूर होता है ..आज देश में दो चार आदमी ही कानून बना रहे हैं कांग्रेस हरियाणा प्रभारी ने किसानों की आत्महत्या को लेकर कहा कि किसानों की इस सरकार में हत्या हो रही हैं ...कांग्रेस ने 2008 में कर्जा माफ करने की बात प्रधानमंत्री से कही थी... लेकिन प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर मना कर दिया वही मजदूरों के लिए डी मोनेटाइजेशन की वजह से मध्यम दर्जे के उद्योग बंद हो गए व काफी लोग बेरोजगार हो गए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जब सरकार आई थी जब काफी युवाओं को रोजगार के लिए कहा लेकिन एक करोड़ लोगों को बेरोजगार सरकार नहीं दे पाई ...वही गरीब लोगों को ब्लैक मनी ल कर15 लाख  देने की भी बात कही थी.. लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला इसलिए यह गरीब विरोधी सरकार है