हरियाणा के साथ यूपी पुलिस भी कावड़ियों की सुरक्षा में मुस्तैद ,
भक्तों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जाएगी. अगर कोई हादसा होता है तो इससे निपटने के लिए रेस्क्यू टीम भी लगाई गई है. अभी जल स्तर कम है. अजय कुमार ने बताया कि यमुना नदी के मुहाने पर ही गहराई शुरू हो जाती है.
पानीपत (मदन बरेजा ) || सावन माह में हरियाणा प्रदेश से लाखों शिव भक्त हरिद्वार से कांवड़ लेने जाते हैं, और अपने क्षेत्रों में शिव मंदिर में शिवरात्रि के त्यौहार पर जल चढ़ाते हैं. प्रदेश सरकार द्वारा कावड़ियों को विशेष अतिथि का दर्जा देने के बाद पुलिस भी अपने स्लोगन सेवा ,सुरक्षा और सहयोग के अनुरूप कावड़ियों की सुरक्षा में जुटी ,किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस दोनों ही मुस्तैद हैं, बॉर्डर पर दोनों प्रदेश की पुलिस के साथ सुरक्षा के लिए ड्रोन भी तैनात। सुरक्षा के लिहाज से 52 गोताखोरों की ड्यूटी लगाई गई है. सभी भक्तों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जाएगी. अगर कोई हादसा होता है तो इससे निपटने के लिए रेस्क्यू टीम भी लगाई गई है. अभी जल स्तर कम है. अजय कुमार ने बताया कि यमुना नदी के मुहाने पर ही गहराई शुरू हो जाती है. स्नान करने वाले गहराई का अनुमान नहीं लगा पाते और हादसे का शिकार हो जाते हैं. अब इस स्थिति से निपटना ड्रोन कैमरे की मदद से आसान हो जाएगा. ड्रोन की मॉनिटरिंग के लिए यहां एक कैबिन बनाया जाएगा, ये कैमरे हर शिव भक्त पर नजर रखेंगे। इसके साथ ही हरियाणा के नहरी विभाग से भी गोताखोरों की डयूटियां लगाई गई है।