पवन को एक के बाद एक 7-8 गोलियां मार कर उतार था मौत के घाट...... बड़ेसरा गांव में हुआ अंतिम संस्कार ...........
इस पूरे मामले में पुलिस ने बोर्ड की निगरानी में मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार करवा दिया। इस पूरे मामले में पुलिस ने 11 नामजद और दो अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसएचओ बवानीखेड़ा श्रीभगवान के नेतृत्व में 8 टीमों का गठन किया गया है। साथ ही गांव में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।
भिवानी जिला के बड़ेसरा गांव में सरपंच चुनावों के समय से शुरू हुआ दो गुटों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। इस मामले में एक गुट ने दो साल पहले दो लोगों को गोली मारकर मौत के घाट उतारा था और एक बार फिर कल 38 वर्षीय पूर्व सरपंच पवन की गोली मार कर हत्या कर दी गई। फिलहाल मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया है पर पीडि़त परिवार ने न्याय व सुरक्षा की गुहार लगाई है। वही पुलिस ने 8 टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।एक परिवार में पसरा ये मातम, रोने चीखने की ये आवाजें, जवान बेटी अपने पिता को एक बार उठने की फरियाद करती, पति को खो चुकी ये विधवा महिला की खामोशी अपने आप में बयां कर रही है कि यहां जो कुछ हुआ है वो बहुत दुखभरी घटना है। बता दें कि सरपंच चुनावों के समय बड़ेसरा गांव में दो गुटों में ठन गई थी। चुनावों में हारे पक्ष ने जीतने वाले पक्ष पर फर्जी डिग्री से सरपंच बनने का आरोप लगाते हुए आरटीआई लगाई। आरटीआई में गड़बड़ पाने पर सरपंच को बर्खास्त कर दिया गया। जिसके बाद दूसरे पक्ष ने आरटीआई लगाने वाले पक्ष पर दो साल पहले जुलाई 2017 में हमला कर दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इस मामले में 25 लोगों को जेल हुई और मामला कोर्ट में चल रहा है। इसी मामले में एक बार फिर बड़ेसरा गांव में 14 अक्टूबर की रात को एक बार खूनी खेल हुआ और पूर्व सरपंच पवन की ताबड़तोड़ गोलियां मार कर हत्या कर दी। मृतक पवन के चचेरे भाई राजकुमार ने बताया कि आरटीआई लगाने व सरपंच के बर्खास्त होने पर हमारी विरोधी पार्टी के लोगों ने हमारे दो लोगों को दो साल पहले मारा और कल फिर एक हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि विरोधी गुट जेल में है और वहीं से हमारे पूरे परिवार को खत्म करने साजिश रच रहा है। उन्होंने कहा कि विरोधी गुट चाहता है कि हमारा पूरा परिवार खत्म हो जाए और हम गवाही ना दें पाएं।इस पूरे मामले में पुलिस ने बोर्ड की निगरानी में मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार करवा दिया। इस पूरे मामले में पुलिस ने 11 नामजद और दो अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसएचओ बवानीखेड़ा श्रीभगवान के नेतृत्व में 8 टीमों का गठन किया गया है। साथ ही गांव में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही पुलिस ने जेल में बंद दूसरे पक्ष के आरोपी बब्लू से पुछताछ के लिए परोटेक्शन वारंट लगाया है।