NH1 बन रहा है मौत का हाइवे अधिकारियों की लापरवाही बन रही मौत की वजह 8 महीने में गई 30 लोगों की मौत तो 50 से ज्यादा घायल अंधेरा हो रहा है जानलेवा साबित ...
सिंघु बॉर्डर से मुकरबा चौक तक लाइट के पोल तो लगे हैं लेकिन इन पोलो पर से लाइटे गायब है रात होते ही तेज रफ्तार गाड़ियों को कुछ दिखाई नहीं देता इन दिनों सेब के ट्रक भी भारी संख्या में दिल्ली पहुंच रहे हैं और खानपुर के पास खड़े रहते हैं ट्रक ड्राइवर बताते हैं कि यहां रोड़ के दूसरी पार जाने के लिए 3 किलोमीटर का चक्कर लगाने के बजाय ड्राइवर या ओर स्थानीय लोग मजबूरी में रोड़ क्रोश करते है जिस से वो हादसों का सिकार होते है जिसमे रोड़ क्रोश करने वाले ओर गाड़ी वाले दोनों हादसे का सिकार होते है और लाइटे ना होने से आवारा जानवर भी रोड़। पर आजाते है
अधिकारियों की लापरवाही बन रही मौत की वजह 8 महीने में गई 30 लोगों की मौत तो 50 से ज्यादा घायल अंधेरा हो रहा है जानलेवा साबित सिंघु बॉर्डर से मुकरबा चौक तक खतरनाक सफर सैकड़ो बिजली के पोल से लाइटे पिछले 8 महीने से गायब सिंघु बॉर्डर से मुकरबा चौक तक करीब 18 किलोमीटर का सफर रात में मौत का सफर साबित हो रहा है इतना खतरनाक कि बीते 8 महीने में 18 किलोमीटर के इस रास्ते पर 30 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है जबकि 50 से अधिक लोग सड़क हादसे में घायल हो चुके हैं इन हादसों की सबसे बड़ी वजह सड़क पर अंधेरा है पिछले 8 महीने से ज्यादा समय से इन बिजली में पोल से लाइटे गायब है
पर हर सेकेंड में कई गाड़िया गुजरती है और दिल्ली को पाकिस्तान से भी जोड़ती है लोगो की माने तो काफी समय से इन बिजली के खम्बो से लाइटे गायब है जब देश की राजधानी में जब बिजली के खम्बो से लाइटे महीनों से गायब है और अब ये लाइटे अगर रिपेयर होने गई तो महीनों से अभी तक लगी क्यों नही ओर यहां लाइटे ना होने से काफी लोग अपनी जान गवा बैठे है क्योंकि रात के समय जब लोग रोड़ क्रोश करते है तो तेज रफ्तार गाड़िया नही दिखाई देती ओर लोग हादसे का शिकार हो जाते है जिसमे काफी लोगो की जान तक जा चुकी है दरअसल सिंघु बॉर्डर से मुकरबा चौक तक लाइट के पोल तो लगे हैं लेकिन इन पोलो पर से लाइटे गायब है रात होते ही तेज रफ्तार गाड़ियों को कुछ दिखाई नहीं देता इन दिनों सेब के ट्रक भी भारी संख्या में दिल्ली पहुंच रहे हैं और खानपुर के पास खड़े रहते हैं ट्रक ड्राइवर बताते हैं कि यहां रोड़ के दूसरी पार जाने के लिए 3 किलोमीटर का चक्कर लगाने के बजाय ड्राइवर या ओर स्थानीय लोग मजबूरी में रोड़ क्रोश करते है जिस से वो हादसों का सिकार होते है जिसमे रोड़ क्रोश करने वाले ओर गाड़ी वाले दोनों हादसे का सिकार होते है और लाइटे ना होने से आवारा जानवर भी रोड़। पर आजाते है जिनको को रात में ठीक से दिखाई नहीं देता ओर हादसे हो जाते हैं अब ये लाइटे कहा गायब हुई है ये जांच का विषय है स्थानीय निवासी सिद्धार्थ कुंडू नेशनल हाईवे होने की वजह से लाइटों का इंतजाम होना चाहिए लेकिन संबंधित अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे आने वाले दिनों में कोहरा भी होगा जो लाइफ ना होने की वजह से आने वाले दिनों में कोहरा भी होगा जिससे दिक्कतें और बढ़ जाएंगी