10 दिनों से लापता दसवीं की छात्रा का जमीन में गड़ा मिला शव
पुलिस को सूचना दी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया लेकिन कोई छानबीन नहीं की आरोप है कि जिस युवक पर पुलिस ने शक जताया था और सीसीटीवी फुटेज भी दी थी उससे पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की। परिजनों का कहना है कि आज सीसीटीवी में दिखाई दे रही
पुलिस की लापरवाही से तंग आकर परिजनों ने ही खुलासा किया बेटी के हत्यारों का । मामला फरीदाबाद का है जहां 10 दिन से लापता एक लड़की के मामले में सुनवाई न करने पर परिजन खुद ही निकल पड़े लड़की की तलाश में और जब उनका सामना सच्चाई से हुआ उनके पैरों तले जमीन खिसक गई उनकी बेटी की हत्या की जा चुकी थी और हत्यारा और कोई नहीं बल्कि उनके घर के बराबर में दुकान चलाने वाला प्रदीप और उसके साथी थे।गिरफ्त मे आने के बाद आरोपी प्रदीप पुलिस को उस जगह ले गया जहां उसने नाबालिग लड़की को मारने के बाद ज़मीन मे दबा दिया था, निशान देही कराने के बाद परिजनों ने पुलिस की मदद से लड़की का शव गांव अमीपुर के पास बने कैप्टेन फार्म के सामने जमुना किनारे से बरामद की है। जमीन पर खुदाई कर रही यह पुलिस की टीम दरअसल यहां पर एक लड़की की लाश दबी होने की सूचना के बाद यहां पहुंची है। मृतका के परिजनों के मुताबिक उनकी बेटी 30 अगस्त से गायब थी जिसके बारे में उन्होंने पुलिस को सूचना दी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया लेकिन कोई छानबीन नहीं की आरोप है कि जिस युवक पर पुलिस ने शक जताया था और सीसीटीवी फुटेज भी दी थी उससे पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की। परिजनों का कहना है कि आज सीसीटीवी में दिखाई दे रही कार के नंबर के आधार पर उन्होंने एक शख्स वसीम से पूछताछ की, जिसके बाद उसने अपने साथियों के साथ लड़की की हत्या और उसकी बॉडी को दबाए जाने की बात कबूल की। मौके पर पहुंचे इलाके के विधायक ललित नागर भी पुलिस की कार्रवाई से नाखुश दिखे विधायक का कहना था की उन्होंने पिछले 10 दिनों में पांच बार इलाके के एसएचओ से बच्ची को ढूंढने की बात कही थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की विधायक ने कहा कि वह इस मामले प्रदेश के पुलिस डीजीपी तक इस मामले की शिकायत करेंगे और आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई करवाएंगे।