बहादुरगढ : कांग्रेस को लगा बड़ा झटका किसान कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतपाल राठी ने भी दिया कांग्रेस से इस्तीफा ....
हरियाणा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुमित्रा चौहान के भाजपा में जाने के बाद महिला कांग्रेस की अध्यक्ष पद पर नीना राठी का दावा सबसे मजबूत माना जा रहा था। लेकिन नीना की राह में हुडा खेमा रोड़े अटका कर बैठ गया। जिसके बाद नाराजगी इतनी बढ़ी कि कॉन्ग्रेस की राजनीति में सक्रिय यह दंपति अब कांग्रेस को अलविदा कह चुके है।और जाते जाते महिला कांग्रेस की कई नेत्रियों को भी साथ ले जा सकती हैं नीना राठी। कांग्रेस के बाद किस पार्टी में शामिल होना है इस बारे में अभी पत्त्ते खुलने बाकी है।
बहादुरगढ ( योगेन्द्र सैनी ) बहादुरगढ़ से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। महिला कांग्रेस की सक्रिय नेताओं में शुमार नीना राठी और किसान कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतपाल राठी ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। दोनों ने काँग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा पर अनदेखी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कांग्रेस को परिवार वाद और चापलूसी करने वालों की पार्टी करार दिया है। वहीं नीना राठी हरियाणा महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार थी। लेकिन सांसद दीपेंद्र हुड्डा उन्हें यह पद नीना राठी को नहीं मिलने देना चाहते। इसलिए कांग्रेस के ये नेता रोहतक लोकसभा से पूर्व सांसद और वर्तमान में राज्यसभा सांसद दीपेंदर हुडा से नाराज चल रहे हैं। दीपेंदर हुडा के चुनाव में भी नीना और सतपाल ने पूरा जोर लगाया था ,कई सभाएं भी करवाई। लगातार दूसरी बार नीना राठी नगर परिषद बोर्ड की सदस्य भी है । नीना राठी चार साल पहले नगर परिषद चैयरपर्सन के पद के लिए कांग्रेस की सबसे मजबूत उम्मीदवार थी लेकिन कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी के चलते नगर परिषद चैयरपर्सन की दावेदारी शीला राठी को मिल गई और दीपेंदर हुडा के वोट और टॉस से शीला राठी चेयरपर्सन भी बन गई। विधानसभा के लिए भी नीना राठी और सतपाल राठी की दावेदारी थी लेकिन टिकट राजेन्द्र जून को मिली जिसके बाद दोनों को मनाने के लिए खुद भूपेंद्र और दीपेंदर हुडा को आना पड़ा था। महिला कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए नीना राठी ने प्रदेश भर में महिला कांग्रेस की यात्रा निकलवाने में अहम भूमिका अदा की। लेकिन लगातार कांग्रेस के लिए काम और जमकर खर्च करने के बावजूद हुडा खेमे से सम्मान मिलने में कोताही नजर आती रही। हरियाणा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुमित्रा चौहान के भाजपा में जाने के बाद महिला कांग्रेस की अध्यक्ष पद पर नीना राठी का दावा सबसे मजबूत माना जा रहा था। लेकिन नीना की राह में हुडा खेमा रोड़े अटका कर बैठ गया। जिसके बाद नाराजगी इतनी बढ़ी कि कॉन्ग्रेस की राजनीति में सक्रिय यह दंपति अब कांग्रेस को अलविदा कह चुके है।और जाते जाते महिला कांग्रेस की कई नेत्रियों को भी साथ ले जा सकती हैं नीना राठी। कांग्रेस के बाद किस पार्टी में शामिल होना है इस बारे में अभी पत्त्ते खुलने बाकी है।