भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार आम चुनाव की आड़ में छात्र संघ चुनाव न करवाकर बचना चाहती है
भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार आम चुनाव की आड़ में छात्र संघ चुनाव न करवाकर बचना चाहती है। दिग्विजय चौटाला आज कड़े तेवर में नजर आए। उन्होंने हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए 1 हफ्ते का अल्टीमेटम देते हु
इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्य्क्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा कि प्रदेश में सरकार प्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनाव करवाए। उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार आम चुनाव की आड़ में छात्र संघ चुनाव न करवाकर बचना चाहती है। दिग्विजय चौटाला आज कड़े तेवर में नजर आए। उन्होंने हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए 1 हफ्ते का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सरकार ने एक हफ्ते तक प्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनाव की घोषणा नहीं की इनसो दूसरे छात्र संगठनों के साथ मिलकर प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी में तालाबंदी करेगा। दिग्विजय चौटाला आज सिरसा की चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी में हस्ताक्षर अभियान चलाने के बाद मीडिया से रूबरू हो रहे थे। इस मौके पर उन्होंने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुडा को भी आडो हाथों लिया। इनसो नेता दिग्विजय चौटाला ने कहा कि दिल्ली , चंडीगढ़ और राजस्थान में प्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनाव के लिए अनुमति मिल चुकी है और हरियाणा में अभी तक मंजूरी क्यों नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश के छात्र छात्राओं की इच्छाओं को दबाना चाहती लेकिन इनसो सरकार को ऐसा नहीं करने देगा।उन्होंने कहा कि इनसो ने आज से सिरसा में हस्ताक्षर अभियान चलाया है और पूरे हरियाणा में ये अभियान चलेगा। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा के छात्रों के मैंडेट को हरियाणा के सीएम को देंगे। इसके साथ ही राज्यपाल को मिलकर प्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनाव करवाने की मांग करेंगे। वही दिग्विजय चौटाला ने प्लाट आबंटन मामले में ईडी द्वारा प्लाट अटैच करने पर भूपेंद्र सिंह हुडा पर हमला बोलते हुए कहा कि जो बोयेगा वही काटेगा , उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुडा ने जो किया है उसे भुगतना पड़ेगा लेकिन सरकार ने इस कार्रवाई को करने में काफी देरी कर दी। दिग्विजय चौटाला ने सीएम मनोहर लाल के 75 पार के बाद 90 पार के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि सीएम मनोहर लाल 90 पार का दावा कर रहे है लेकिन भाजपा 90 पार करने की बजाए विधानसभा से बाहर ही जाएगी।