बादली हलके में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी समर में उतरे भाई धर्मपाल ने कहा है कि वह राजनीति में व्यवस्था परिवर्तन और भाईचारे को कायम करने के लिए राजनीति में आए है। राव धर्मपाल हलके के बादली मुख्यालय पर आयोजित सर्व समाज भाईचारा रैली को कर रहे थे सम्बोधित 

जनता के चुने हुए प्रतिनिधि अपने जनता के बीच जाने की बजाय अपने घरों में आराम फरमाते रहे। धर्मपाल ने कहा कि पिछले पांच सालों मेें मंदिर व धर्मशाला बनवाने के नाम पर केवल राजनीति ही बादली हलके में हुई। मरूम्मत कराने के नाम पर मंदिरों व धर्मशालाओं का पूरा निर्माण कराने की रकम सरकार से हड़प ली गई।

बादली हलके में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी समर में उतरे भाई धर्मपाल ने कहा है कि वह राजनीति में व्यवस्था परिवर्तन और भाईचारे को कायम करने के लिए राजनीति में आए है। राव धर्मपाल हलके के बादली मुख्यालय पर आयोजित सर्व समाज भाईचारा रैली को कर रहे थे सम्बोधित 

बादली हलके में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी समर में उतरे भाई धर्मपाल ने कहा है कि वह राजनीति में व्यवस्था परिवर्तन और भाईचारे को कायम करने के लिए राजनीति में आए है। राव धर्मपाल हलके के बादली मुख्यालय पर आयोजित सर्व समाज भाईचारा रैली को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने हलके का विधायक रहे सरकार के कृषि मंत्री ओपी धनखड़ पर हलके की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।उन्होंने कहा कि जो धनखड़ चुनाव जीतने से पहले कपड़े उतारकर किसानों के लिए अद्र्धनग्र प्रदर्शन करते थे वहीं सरकार में हिस्सेदारी के बाद किसान की जमीन और फसल की रखवाली नहीं कर पाए। यहां तक कि हलके में न तो पीने के पानी की व्यवस्था ही करा पाए और न हीं किसान को उसकी फसल का उचित दाम ही दिलवा पाए। धर्मपाल ने कहा कि हर नेता वैसे तो अपने चुनावी अभियान में जनता को जनार्दन समझे जाने की बात करते है,लेकिन जैसे ही वह चुनाव जीत जाते है तो वह खुद को राजा और जनता को प्रजा समझने लग जाते है। वह यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि ओपी धनखड़ के अलावा सभी नेताओं ने हलके की जनता को एक तरह से ठगने का ही काम किया। लेकिन यदि हलके की जनता उन्हें मौका देती है तो वह इस व्यवस्था के परिवर्तन करने का प्रयास करेंगे।धर्मपाल ने रैली में हाथ उठवाकर जनता का समर्थन मांगा।  कहा कि बादली में वर्ल्ड टूरिजम सेंटर बनवाना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि लोगों का भाईचारा खराब करने का काम नेताओ द्वारा किया गया।जनता की अब अपने पराये की परख करनी होगी। उन्होंने कहा कि साल 2016 में पहली बार ऐसा देखा गया कि जिले के सभी थाने खाली हो गए और जनता के चुने हुए प्रतिनिधि अपने जनता के बीच जाने की बजाय अपने घरों में आराम फरमाते रहे। धर्मपाल ने कहा कि पिछले पांच सालों मेें मंदिर व धर्मशाला बनवाने के नाम पर केवल राजनीति ही बादली हलके में हुई।मरूम्मत कराने के नाम पर मंदिरों व धर्मशालाओं का पूरा निर्माण कराने की रकम सरकार से हड़प ली गई।