अमित शाह की टीम का मेंबर बनकर भाजपा जिलाध्यक्ष को विस की टिकट दिलाने का दिया झांसा
जबकि उसका दूसरा साथी दिल्ली निवासी संदीप राणा फरार हो गया। एसपी ने बताया कि दोनों ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह की टीम का सदस्य बताकर लाखों रुपए की ठगी करना चाहते थे। दोनों द्वारा विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने के के लिए 10 से 15 लाख रुपए एठने का का प्लान बनाया। आरोपित द्वारा दादरी में अमित शाह की रैली के दौरान जिलाध्यक्ष रामकिशन शर्मा से मुलाकात कर मोबाइल नंबर लिया था। जिसके बाद से वे लगातार संपर्क में रहे
हरियाणा में विधानसभा का बिगुल बजते ही टिकटों की मारामारी चल रही है। ऐसे में टिकट लेने व सेटिंग करने के कई मामले सामने आए हैं। ऐसा ही एक मामला दादरी में भाजपा के जिलाध्यक्ष रामकिशन शर्मा को विधानसभा की टिकट दिलाने का प्रलोभन देकर लाखों रुपए की ठगी करने का प्रयास का है। जिलाध्यक्ष को प्रलोभन देने वालों में एक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टीम का मेंबर व दूसरे ने पीएम बताया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करते हुए एक आरोपी अभिषेक त्रिपाठी को काबू कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। वहीं दूसरा आरोपित फरार हो गया। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।बता दें कि भाजपा के जिलाध्यक्ष रामकिशन शर्मा द्वारा शनिवार को सिटी पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में जिलाध्यक्ष ने बताया कि अभिषेक त्रिपाठी नामक व्यक्ति से उसकी मुलाकात लोकसभा चुनाव 2019 से पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की दादरी रैली के दौरान हुई थी। जिसने अमित शाह की टीम का मेंबर बताते हुए उसने दादरी विधानसभा के चुनाव की टिकट का प्रलोभन दिया। कुछ दिन पूर्व अभिषेक त्रिपाठी ने जिलाध्यक्ष को केंद्रीय मंत्री अमित शाह का पीए बताते हुए राणा नाम के व्यक्ति से मुलाकात करवाई। दिल्ली के एक होटल में हुई मुलाकात के दौरान दोनों ने जिलाध्यक्ष सेे बैंक अकाउंट नंबर देते हुए खाते में पैसे डालने को कहा था। बताया जा रहा है कि दोनों ने जिलाध्यक्ष को 10 लाख रुपए देने की बात की थी। शिकायत के आधार पर सिटी पुलिस ने दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 384, 511, 420,120बी के तहत केस दर्ज किया।एक आरोपी काबू, दो दिन के रिमांड पर एसपी मोहित हांडा ने बताया कि मामला संज्ञान में आते हुए पुलिस तुरंत द्वारा केस दर्ज करके तत्वरित कार्रवाई की। पुलिस टीम ने भिवानी से बिहार के सीवन जिला निवासी अभिषेक मण त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उसका दूसरा साथी दिल्ली निवासी संदीप राणा फरार हो गया। एसपी ने बताया कि दोनों ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह की टीम का सदस्य बताकर लाखों रुपए की ठगी करना चाहते थे। दोनों द्वारा विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने के के लिए 10 से 15 लाख रुपए एठने का का प्लान बनाया। आरोपित द्वारा दादरी में अमित शाह की रैली के दौरान जिलाध्यक्ष रामकिशन शर्मा से मुलाकात कर मोबाइल नंबर लिया था। जिसके बाद से वे लगातार संपर्क में रहे और टिकट दिलाने का प्रलोभन देकर लाखों रुपए ऐंठने का प्रयाय किया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज करते हुए एक आरोपित अभिषेक त्रिपाठी को गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। जबकि उसका दूसरा साथ दिल्ली निवासी संदीप राणा की गिरफ्तारी के लिए छापेमार कार्रवाई की जा रही