देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने की कवायद के साथ ही अंबाला के उपायुक्त ने भी इसके लिए एक अनोखा कदम उठाया .............
शहर की गली मोहल्लों में से प्लास्टिक इकट्ठा कर चावल लेने पहुंचे लोगों ने अंबाला उपायुक्त की इस पहल को एक अच्छी शुरुआत बताया। लोगों की मानें तो इससे शहर भी साफ होगा और उन्हें खाने के लिए चावल भी मिलेंगे । प्लास्टिक लेकर आई महिलाओं ने बताया कि जितना प्लास्टिक वो लेकर आये हैं उतने ही वजन जितने उन्हें चावल दिए जा रहे हैं।
- देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने की कवायद के साथ ही अंबाला के उपायुक्त ने भी इसके लिए एक अनोखा कदम उठाया है। उपायुक्त अंबाला ने एक नई योजना शुरू की है जिसमे लोगों से प्लास्टिक लिया जाएगा और उन्हें उस प्लास्टिक के वजन के बदले उतने ही वजन के चावल दिए जायेंगे। अंबाला से शुरू हुई यह योजना धीरे धीरे पूरे हरियाणा में शुरू की जा सकती है। जी हां यह वो नारा है जिसे अमली जामा पहनाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार से लेकर सभी राज्य सरकारें प्रयास कर रही हैं।
इसी कड़ी में अंबाला के डीसी यानी उपायुक्त ने इस योजना को अमली जामा पहनाने के लिए अनोखी पहल की है। अंबाला को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए उपायुक्त अंबाला ने ये ऐलान किया है कि जो भी व्यक्ति वन टाईम यूज प्लास्टिक इकट्ठा कर जिला प्रशासन द्वारा बनाये गए सेंटर में जमा करवाएगा उसे प्लास्टिक के वजन के बराबर ही चावल दिए जाएंगे । इस योजना की शुरुआत आज अंबाला शहर से खुद उपायुक्त अंबाला ने लोगों से प्लास्टिक जमा जमा कर और उन्हें चावल देकर की ।
के पहले ही दिन प्रशासन द्वारा बनाये गए सेंटर के बाहर काफी संख्या में गरीब परिवार बड़े बड़े बोरों में प्लास्टिक के बदले चावल लेने पहुंचे। इस दौरान उपायुक्त अंबाला ने बताया कि यह योजना आने वाले समय मे पूरे हरियाणा में भी शुरू की जा सकती है। उपायुक्त ने बताया कि अगर अंबाला में इसके परिणाम अच्छे आये तो सरकार को इसकी रिपोर्ट दी जाएगी और अन्य जिलों में भी यह मुहिम शुरू करवाई जाएगी। शहर की गली मोहल्लों में से प्लास्टिक इकट्ठा कर चावल लेने पहुंचे लोगों ने अंबाला उपायुक्त की इस पहल को एक अच्छी शुरुआत बताया। लोगों की मानें तो इससे शहर भी साफ होगा और उन्हें खाने के लिए चावल भी मिलेंगे ।
प्लास्टिक लेकर आई महिलाओं ने बताया कि जितना प्लास्टिक वो लेकर आये हैं उतने ही वजन जितने उन्हें चावल दिए जा रहे हैं। अंबाला में शुरू हुई यह प्लास्टिक लाओ चावल पाओ की योजना आने वाले समय मे कितनी कारगर साबित होगी यह तो देखने वाली बात होगी लेकिन आपको बता दें कि आज वितरित किये जा रहे चावल अंबाला के विभिन्न समाजसेवी लोगों व संस्थाओं द्वारा उपलब्ध करवाए गए हैं। जिससे ये साफ है कि हर कोई प्लास्टिक से निजात पाना चाहता है।