‘निपुण हरियाणा' मिशन से सरकारी स्कूल में निपुण हो रहे नौनिहाल

चरखी दादरी जिला के ब्लाक बाढड़ा के तहत आने वाले गांव जगरामबास का स्वतंत्रता सेनानी अमर सिंह राजकीय प्राथमिक स्कूल है। इस स्कूल को हरियाणा सरकार की निपुण योजना के तहत मॉडर्न बनाया गया है। निपुण हरियाणा मिशन योजना के तहत इस स्कूल में नई शिक्षा नीति से बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही है। वहीं उनके सर्वांगीण विकास के लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। स्कूल भवन में जहां धुआं रहित रसोई बनाई है वहीं बारिश के पानी का स्टोरेज के लिए कुण्ड बनाया है।

चरखी दादरी। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अब नौनिहालों के दिन बहुरने लगे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा नौनिहालों की शिक्षा के लिए चलाई जा रही योजना से प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में आधुनिक टैक्नोलोजी के तहत पढ़ाई करवाई जा रही है। जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास व उनका उज्जवल भविष्य का सपना साकार होता दिखाई दे रहा है। सरकारी स्कूलों के नौनिहाल अब आधुनिकता की पढ़ाई से अपना भविष्य संवार रहे हैं।

इसका उदाहरण चरखी दादरी जिला के ब्लाक बाढड़ा के तहत आने वाले गांव जगरामबास का स्वतंत्रता सेनानी अमर सिंह राजकीय प्राथमिक स्कूल है। इस स्कूल को हरियाणा सरकार की निपुण योजना के तहत मॉडर्न बनाया गया है। निपुण हरियाणा मिशन योजना के तहत इस स्कूल में नई शिक्षा नीति से बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही है। वहीं उनके सर्वांगीण विकास के लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। स्कूल भवन में जहां धुआं रहित रसोई बनाई है वहीं बारिश के पानी का स्टोरेज के लिए कुण्ड बनाया है। साथ ही बारिश के पानी को जमीन के अंदर भी डालने का प्रबंध किया गया है। स्कूल भवन में मार्डन स्कूलों की तर्ज पर पेड़-पौधे, झूले व अन्य प्रकार से खेल-खेल में पढ़ाई करवाई जा रही है।

स्कूल के हैड टीचर रामबीर सिंह ने बताया कि स्कूल में छोटे बच्चों को गणित के पहाड़े, जोड़-घटा, गुणा-भाग, हिंदी-अंग्रेजी के सामान्य शब्दों का ज्ञान, स्कूल ड्रेस को अच्छी तरह से पहनना, अपने शरीर की सफाई रखने आदि तरीकों को सिखाया जाता है। जिससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास हो सके। वहीं अध्यापक सोमबीर की मानें तो निपुण हरियाणा मिशन के तहत अध्यापकों को बच्चों से बातचीत का प्रशिक्षण दिया जाता है। जिससे वह बच्चों को व्यवहारिक शिक्षा भी प्रदान कर सके। वहीं अभिभावकों का कहना है कि अब हरियाणा में सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा दी जा रही है। सरकारी स्कूलों की सुविधा को देखते हुए लगातार स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। सरकारी स्कूलों की तस्वीर को बदलने के लिए सरकार सुविधाएं बढ़ा रही हैं।