देवसर मंदिर को सरकार के आधीन ना सौंपे जाने की मांग को लेकर सडक़ों पर उतरे ग्रामीण

उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र सौंपकर मंदिर को सरकार के आधीन सौंपे जाने के फैसले को वापिस लेने की मांग की गई। इस मौके पर सैंकड़ों की संख्या में मातृ शक्ति भी मौजूद रही। इस मौके पर देवसर धाम के पुजारी कंवरपाल ने बताया कि बीते दिनों गांव के सरपंच ने देवसर मंदिर धाम के चढ़ावे का 51 प्रतिशत हिस्सा देने की मांग की थी तथा इसी को लेकर सरपंच ने पुजारीगणों पर गलत व झूठे आरोप लगाकर एसडीएम को शिकायत सौंपी थी।

भिवानी || ना केवल भिवानी, बल्कि देश भर में आस्था का प्रतीक माने जाने वाले जिला के गांव देवसर स्थित देवसर माता मंदिर के पुजारी व देवसर के ग्रामीण इन दिनों गांव के ही सरपंच की मनमानी से परेशान है तथा प्रशासन से गुहार लगाकर इस मनमानी पर लगाम लगाए जाने की गुहार लगा रहे है। इसी कड़ी में शुक्रवार को देवसर मंदिर धाम के पुजारी सैंकड़ों ग्रामीणों सहित उपायुक्त दरबार पहुंचे तथा उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र सौंपकर मंदिर को सरकार के आधीन सौंपे जाने के फैसले को वापिस लेने की मांग की गई। इस मौके पर सैंकड़ों की संख्या में मातृ शक्ति भी मौजूद रही। इस मौके पर देवसर धाम के पुजारी कंवरपाल ने बताया कि बीते दिनों गांव के सरपंच ने देवसर मंदिर धाम के चढ़ावे का 51 प्रतिशत हिस्सा देने की मांग की थी तथा इसी को लेकर सरपंच ने पुजारीगणों पर गलत व झूठे आरोप लगाकर एसडीएम को शिकायत सौंपी थी। जिसके बाद एसडीएम ने कार्रवाई करते हुए देवसर मंदिर धाम को सरकार के आधीन कर दिया तथा वहां पर रिसीवर तैनात कर दिए। उन्होंने बताया कि इस मंदिर में पिछले करीबन 700 वर्षो से पुजारी ही माता की सेवा कर रहे है, लेकिन आज तक किसी भी प्रकार की शिकायत पुजारी के खिलाफ नही दी गई। लेकिन अब किसी एक व्यक्ति द्वारा अपने निजी स्वार्थ के चलते दी गई शिकायत पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर दी, जो कि न्याय संगत नहीं है।

पुजारी कंवरपाल ने कहा कि सरपंच द्वारा लगाई गई शिकायत के मामले के समाधान को लेकर बीते दिनों भिवानी के विधायक ने पुजारियों को आश्वासन दिया था कि 11 अक्तूतबर को इस मामले में पचायत आयोजित कर समाधान करवा दिया जाएगा, लेकिन 10 अक्तूबर को ही प्रशासन ने मंदिर में रिसीवर बैठाने के निर्देश दे दिए। उन्होंने उपायुक्त को मांगपत्र सौंपकर मंदिर को सरकार के आधीन सौंपे जाने के फैसले को वापिस लेने की मांग की गई। इस मौके पर विश्व हिंदु परिषद के अध्यक्ष प्रदीप कुमार, बजरंग दल के हरियाणा प्रांत के अध्यक्ष वरूण बजरंगी, वूमैन हैल्पलाईन सोसायटी की प्रधान सुशील, पूर्व सरपंच जसवंत सिंह, अधिवक्ता समरबीर सिंह, बजरंग दल से गोपाल तंवर सहित अनेक ग्रामीण एवं विभिन्न संगठनों के लोग मौजूद रहे।