दिल्ली यूनिवर्सिटी के 700 कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन
एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) तहत इन पुराने कर्मचारियों को हटाए जाने के फरमान जारी किए। वहीं नए कर्मचारी की भर्ती की जाने लगी। उसी के विरोध में आज दिल्ली यूनिवर्सिटी में पुराने कर्मचारियों ने वाइस चांसलर के खिलाफ हल्ला बोल। मोर्चा खोलते हुए आर्ट फैक्लटी वाइस चांसलर के ऑफिस तक नारे बाजी करते हुए पैदल मार्च किया और वीसी ऑफिस के बाहर धरना देकर जमकर नारेबाजी की।
दिल्ली || दिल्ली कैम्प में एनटीए हटाने की मांग को लेकर यूनिवर्सिटी के 700 कर्मचारियो का जोरदार प्रदर्शन। विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने हाथ में तख्ती बैनर लेकर बर्तन थाली बजाकर किया वॉइस चांसलर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन। पुराने 700 कर्मचारियों को यूनिवर्सिटी से हटाए जाने पर कर्मचारी नाराज यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ आर्ट फैकल्टी से वाइस चांसलर के दफ्तर गेट नंबर 1 तक सैकड़ों कर्मचारियों ने निकाला पैदल मार्च किया विरोध प्रदर्शन।
विरोध प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि एनटीए द्वारा कुछ महीने पहले पुराने कर्मचारियों को लेकर परीक्षा की गई। लेकिन कर्मचारियों का आरोप है कि उसमें एनटीए की तरफ से धांधली बाजी की गई। जिसमें ज्यादातर कर्मचारी फेल किये गए तो कुछ कर्मचारियों की मैरिट आई। वहीं एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) तहत इन पुराने कर्मचारियों को हटाए जाने के फरमान जारी किए। वहीं नए कर्मचारी की भर्ती की जाने लगी। उसी के विरोध में आज दिल्ली यूनिवर्सिटी में पुराने कर्मचारियों ने वाइस चांसलर के खिलाफ हल्ला बोल। मोर्चा खोलते हुए आर्ट फैक्लटी वाइस चांसलर के ऑफिस तक नारे बाजी करते हुए पैदल मार्च किया और वीसी ऑफिस के बाहर धरना देकर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ) द्वारा एक बड़ी धांधलेबाजी की जा रही है जिसके चलते पुराने कर्मचारियों को जो पिछले 20 से 25 साल पुराने तमाम कर्मचारियों को अब यूनिवर्सिटी से निकाले जा रहे है। ऐसे में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के ऊपर एक तरफ तो बेरोजगारी का खतरा मंडरा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ज्यादा उम्र होने के चलते कहीं और रोजगार ना मिलने की फिक्र सता रही है। यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों की मांग है कि एनटीए को रद्द किया जाए और पुराने कर्मचारियों को फिर से यूनिवर्सिटी में कार्यरत किया जाए। ताकि पुराने कर्मचारी जो वर्षों से दिल्ली यूनिवर्सिटी में हर एक विभाग में नियुक्त हैं वह फिर से छात्रों की सेवा कर सके।
फिलहाल इस यूनिवर्सिटी से हटाए गए कर्मचारी करीब 2 हफ्तों से आर्ट फैकल्टी के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। बीते 15 दिनों में अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी बेरोजगार कर्मचारियों से वार्तालाप करने के लिए नहीं पहुंचे। जिससे नाराज होकर आज एक बड़ा विरोध प्रदर्शन कर्मचारियों की तरफ से किया गया। अब देखने वाली बात होगी क्या इस प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय परिसर के प्रशासनिक अधिकारी कोई संज्ञान लेते हैं या नहीं।