गुरुग्राम में गाड़ियों से भरा ट्राला ले फरार होने वाले दो आरोपी गिरफ्तार...
गुरुग्राम की संदीप लॉजिस्टिक कंपनी में काम करने वाले एक ट्राला चालक और उसका साथी कम्पनी का ट्राला ले फरार जो गया| इसकी जानकारी जब संदीप लॉजिस्टिक के मालिक को लगी तो उनके पैरों के नीचे से जमीन निकल गई | पूरा वाक्य कुछ इस तरह है कि संदीप लॉजिस्टिक का काम गुरुग्राम से मारुति कंपनी की नई गाड़ियों को देश के अलग-अलग इलाकों में डिलीवर करना है |
गुरुग्राम (संजय खन्ना) || गुरुग्राम की संदीप लॉजिस्टिक कंपनी में काम करने वाले एक ट्राला चालक और उसका साथी कम्पनी का ट्राला ले फरार जो गया| इसकी जानकारी जब संदीप लॉजिस्टिक के मालिक को लगी तो उनके पैरों के नीचे से जमीन निकल गई | पूरा वाक्य कुछ इस तरह है कि संदीप लॉजिस्टिक का काम गुरुग्राम से मारुति कंपनी की नई गाड़ियों को देश के अलग-अलग इलाकों में डिलीवर करना है | ऐसे में चार मारुति की गाड़ियों का आर्डर संदीप लॉजिस्टिक कंपनी के पास 29 सितंबर 2020 को आया था ,जिन गाड़ियों को गुजरात के अलग-अलग इलाकों में पहुंचाया जाना था | तस्वीरों में खड़े इन दोनों युवकों को इस डिलीवरी का जिम्मा गुजरात पहुंचाने का दिया गया था , मगर इन दोनों युवकों ने अपनी शैतानी बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए ट्राले में में भरी गाड़ी को गुजरात ले जाने की बजाय हरिद्वार ले गए और वहां जाकर इन गाड़ियों को बेचने की फिराक में थे |
हम आपको बता दें संदीप लॉजिस्टिक कंपनी गुरुग्राम के खेड़की दौला थाना क्षेत्र इलाके में बनी है ,जिनके पास 250 ऐसे ट्राले हैं ,जो मारुति की गाड़ियों को भरकर देश के अलग-अलग इलाकों में लेकर जाते हैं | उन्हीं ट्रालो में से एक ट्राला इन तस्वीर में खड़े दो युवकों के जिम्मे था, जिसमें चार गाड़ियों को लोड कर गुजरात पहुंचाया जाना था | लेकिन इन्होंने उसे गुजरात पहुंचाने की बजाय हरिद्वार पहुंचा कर उसे सस्ते दामों पर बेचने की तैयारी में जुटे थे | मंसूबे तो इनके कामयाब नहीं हो पाए और पुलिस के हत्थे चढ़ गए| पुलिस अगर गाड़ियों की कीमत की बात करें तो तकरीबन ट्राले के साथ अगर अंदाजा लगाया जाए तो तकरीबन एक करोड़ रुपए की कीमत कि यह सभी कारें और ट्राला है जिसमें कंपनी के मालिक ने ट्राले की चोरी के साथ गाड़ियों को ट्राले में भरकर फरार होने के चलते शिकायत दे मुकदमा दर्ज कराया है |
हालांकि गुरुग्राम पुलिस की सेक्टर 17 क्राइम ब्रांच ने 29 सितंबर 2020 को गाड़ियों के आर्डर को सही जगह न पहुंचाने की बजाय हरिद्वार ले जाकर बेचने की घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है मगर सवाल यही उठता है कि किसी भी गाड़ी का किसी राज्य में लोड होकर जाना के लिए एक परमिट दिया जाता है और ऐसे में गुजरात के बजाय हरिद्वार तक जाने में दिल्ली से लेकर यूपी के कई बॉर्डर पड़ते हैं जिसमें इतने बड़े ट्रक को ले जा रहे यह वाहन चालक और उसका साथी किसी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया यह पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाता है |