प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त का हस्तांतरण किया
नई अनाज मंडी घरौंडा में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के सीकर शहर से सीधा लाइव प्रसारण के माध्यम से प्रधानमंत्री नें 14वीं किस्त के रूप में 8.5 करोड से अधिक किसानों के खातों में 17 हजार करोड रुपये की राशि का किया हस्तांतरण, देश के करोडों किसानों को पहुंचेगा सीधा लाभ: विधायक हरविन्द्र कल्याण
घरौंडा || देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के सीकर शहर से सीधा लाइव प्रसारण के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त का हस्तांतरण किया और किसानों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने 14वीं किस्त के रूप में 8.5 करोड से अधिक किसानों के खातों में 17 हजार करोड रुपये की राशि का हस्तांतरण किया गया है, जिससे देश के करोडों किसानों को सीधा-सीधा लाभ होगा।
विधायक हरविन्द्र कल्याण ने लाइव प्रसारण देखने के उपरांत उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया और बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त के रूप में 8.5 करोड से अधिक किसानों के खातों में 17 हजार करोड रुपये की राशि का हस्तांतरण किया गया है, जिससे देश के करोडों किसानों को सीधा-सीधा लाभ होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाइव प्रसारण के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त का हस्तांतरण योजना के मुख्य बिन्दू सूखे की निगरानी के लिए भू-स्थानिक पोर्टल का शुभारंभ, पीएम-किसान ए1 चैटबॉट का शुभारंभ, सल्फर कोटेड यूरिया का शुभारंभ, 4 मेडिकल कालेजों का उद्घाटन, ओएनडीसी पर 1600एफपीओ की ऑनबोर्डिंग का शुभारंभ,7 मैडीकल कालेजों का शिलान्यास सहित देश को 1 लाख 25 हजार प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्रों को भी देश को समर्पित कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है।
विधायक ने कहा कि भाजपा सरकार ही एकमात्र सरकार है जो किसानों के साथ-साथ हर वर्ग के हित को ध्यान में रखकर विकासात्मक कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि देश व प्रदेश की सरकार ने हमेशा किसानहित को ध्यान में रखा है और किसान की लागत कम व आमदनी बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं। विधायक हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि किसी भी नए प्रोडक्ट अथवा स्कीम जो किसानों से संबंधित है, उसकी जानकारी किसान नजदीक के किसान समृद्धि केन्द्र से प्राप्त कर सकेंगे। इससे किसानों को न केवल नई-नई योजनाओं के बारे में भी पता चलेगा बल्कि ज्ञान बढने से वे अधिक से अधिक लाभ भी प्राप्त कर सकेंगे।