हरियाणा में भाजपा इस बार भी 10 की 10 सीटें पहले से ज़्यादा बहुमत से जीतेगी- सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले और बाद के भारत में साफ़ अंतर नज़र आता है। 2014 के बाद सेना, सड़क, खाद्यान्न, बिजली व पानी के मामले में बहुत सुधार हुआ है। सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने कहा कि 2047 तक देश को विकसित बनाने की सोच केवल पीएम मोदी की है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर हर लोकसभा में रैली होने जा रही है।
भिवानी || 2024 के चुनावों की जंग जीतने के लिए भाजपा इस बार अकेले चलो की राह पर निकल पड़ी है। भिवानी में सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने दावा किया है कि इस बार भी भाजपा सभी 10 सीटें पहले से भी ज़्यादा बहुमत से जीतेगी। उन्होंने साथ कहा कि भाजपा को जेजेपी से गठबंधन की ज़रूरत नहीं। बता दें कि मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर भाजपा पूरे देश में महा जनसंपर्क अभियान चला रही है। भिवानी के पंचायत भवन में इसको लेकर बैठक हुई। जिसमें सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, विधायक घनश्याम सर्राफ़ व भाजपा जिला प्रधान शंकर धूपड़ सहित सैंकड़ों पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने मोदी सरकार के 9 साल के कामों का बखान किया। इसके बाद मीडिया से मुख़ातिब होते हुए सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व के बाद देश ने हर क्षेत्र में बहुत तरक्की की है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले और बाद के भारत में साफ़ अंतर नज़र आता है। 2014 के बाद सेना, सड़क, खाद्यान्न, बिजली व पानी के मामले में बहुत सुधार हुआ है। सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने कहा कि 2047 तक देश को विकसित बनाने की सोच केवल पीएम मोदी की है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर हर लोकसभा में रैली होने जा रही है। जिसके तहत भिवानी महेन्द्रगढ लोकसभा के चरखी दादरी शहर में 19 जून को रैली होगी।
वहीं बीती रात सीएम मनोहर लाल से हुई सांसदों की बैठक पर बोलते हुए चौटाला धर्मबीर सिंह ने कहा कि प्रदेश के विकास व कुछ अड़चनों को चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि सीएम के साथ बैठक में जेजेपी से गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। साथ ही कहा कि हरियाणा में भाजपा को गठबंधन की ज़रूरत नहीं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा हरियाणा में अकेले 10 की 10 सीटें जीतेगी और पहले से ज़्यादा बहुमत से जीतेगी। हालाँकि भाजपा प्रभारी बिप्लब देब के गठबंधन को लेकर विवादित बोलों पर कुछ भी बोलने से बचते नज़र आए।