मजदूर ने लोगों को दिया नौकरी का झंसा की लाखों की ठगी
Government job short cut may cost you dearly
Yamuna Nagar(Sumit Oberoi) : पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगाने के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले दो लोगो को इकनॉमिक सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है। जिन्होंने एक दो नही बल्कि 45 लोगो को नौकरी का झांसा देकर उनसे 15 लाख रुपए ठग लिएहैं।इकनॉमिक सेल की इंचार्ज इंस्पेक्टर सोमवती ने बताया कि इस मामले में अब पकड़े गए इन दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है।इनमें से एक ट्रक ड्राइवर और दूसरा पेशे से मजदूर है ।इकनॉमिक सेल की इंचार्ज इंस्पेक्टर सोमवती ने युवाओं को ऐसे लोगों से सचेत रहने की अपील करते हुए कहा कि कोई भी नौकरी को उसकी सही प्रकिया के अनुसार ही अप्लाई करें । खुद को पीडब्ल्यूडी विभाग का बता कर और उन्हें आइकार्ड दिखाकर उनका विश्वास जीत करते थे ठगी। नौकरी लगवाने के नाम पर किसी से 30 हजार तो किसी से डेढ लाख रुपए तक लिए गए।इस मामले में तेलीपुरा निवासी गुरमेल उर्फ गुरनाम, अंबाला के गांव गगनपुर निवासी रामकुमार को गिरफ्तार किया है । गुरमेल ट्रक ड्राइवर है । वहीं रामकुमार मजदूरी करता है । इकोनॉमिक सेल की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है । सेल इंचार्ज सोमवती ने बताया कि दोनों आरोपियों ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 45 युवाओं को पीडब्ल्यूडी में नौकरी का झांसा दिया । इन 45 लोगों से करीब 15 लाख रुपए ठग लिए । उन्होंने बताया कि जगाधरी शहर पुलिस को विजय नगर कॉलोनी निवासी अमर सिंह ने शिकायत दी थी ।जिसमे धारा 420 और विभिन धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था।
जगाधरी थाना में जो शिकायत दी गई उसमें शिकायत कर्ता ने बताया कि उसके मामा रामकुमार ने उसे कहा था कि गुरमेल ने उसे पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगवाया है और उसे भी लगवा देगा । तब उन्होंने 1.80 लाख रुपए में नौकरी लगवाने की बात कही । 50 हजार रुपए एडवांस में देने की बात कही । 11 जनवरी 2021 को उसने उन्हें 35 हजार रुपए एडवांस दे दिए थे और 15 हजार बाद में देने की बात कही । गुरमेल ने उसे कहा था कि उसका बेटा सौरभ विभाग में पीडब्ल्यूडी है । उसी के माध्यम से उसकी बात चल रही है । तब उसे बताया था उसकी 44 हजार रुपए सैलरी होगी । बाद में उसने 15 हजार रुपए और दे दिए थे । बाद में आरोपी कहने लगे कि विभाग में क्लर्क की पोस्ट है । उस पर वेतन 50 हजार होगा ।अगर उस पर लगना है तो एडवांस में 1.20 लाख देने होंगे । इस पर उसने 69 हजार रुपए और दे दिए । वह 1.19 लाख रुपए उन्हें दे चुका था । वह लोग आरोपियों के झांसे में आकर अपने साले विपिन को नौकरी लगवाने के 60 हजार एडवांस और मौसी के बेटे साहिल को नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार एडवांस दिए थे । वहीं उसकी पत्नी को नौकरी लगवाने के नाम पर 45 हजार एडवांस लिए थे । बाद में भी आरोपी उनसे पैसे लेते रहे । वह अपनी पत्नी व साले को नौकरी लगवाने के नाम पर 1.90 लाख रुपए दे चुका था । लेकिन नौकरी नहीं लगी । जब उसने अपने मामा से उसकी नौकरी के बारे में पूछा तो उसने भी कुछ नहीं बताया । उन्हें बाद में पता चला कि गुरमेल ने कई लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगा हुआ है । उन्होंने उससे अपने पैसे मांगे, लेकिन पैसे नहीं दिए । 10 जुलाई को इसको लेकर सरस्वती नगर में पंचायत हुई । वहां पर उसने लिखित में दिया कि वह पेमेंट वापस कर देगा । आरोपी ने अपनी बुआ के बेटे को पीडब्ल्यूडी में जीएम बताया था । बाद में उन्हें पता चला कि वह एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता है । उन्हें पता चला कि आरोपी ने मुस्तफाबाद निवासी मनीष और ककडौनी निवासी सोहनलाल को भी नौकरी लगवाने का झांसा देकर पैसे ठगे हुए हैं । इस शिकायत पर पुलिस ने 28 अक्टूबर 2021 को धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था ।
वही इकनॉमिक सेल की इंचार्ज इंस्पेक्टर सोमवती ने कहा कि ऐसे जालसाजों से सचेत रहने की जरूरत है।सही माध्यम से ही नौकरी अप्लाई करे किसी को भी अपने दस्तावेज न दे।जो सरकार की प्रक्रिया है उसी से अप्लाई करें सरकार की विभिन वेबसाइट्स है उनपर नियमों के तहत अप्लाई करें। ठगी वालो के जाल में न फंसे न ही इस तरह किसी को नौकरी के नाम पर पैसे दे।