हरियाणा सरकार के गले की फांस बन सकता है बीजेपी ट्रैक्टर रैली में किसान की मौत का मुद्दा...
हरियाणा में सरकार के गले की फांस बन सकता है बीजेपी ट्रैक्टर रैली में किसान की मौत का मुद्दा , सैंकड़ों की संख्या में अंबाला के एसपी ऑफिस पहुंचे किसान , किसानों ने कहा अब UNO में उठाएंगे मुद्दा , देश की सरकार से नहीं रही कोई उम्मीद , अंबाला में कल किसान की मौत के बाद दर्ज हुआ था हत्या का मामला , राजनितिक दल भी आये किसानों के समर्थन में , खून से ज्ञापन लिखकर देने को भी तैयार किसान।
अम्बाला (अंकुर कपूर) || कृषि कानूनों के समर्थन में केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया और कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नायब सैनी की अगुवाई में निकाली जा रही ट्रैक्टर रैली में एक किसान की मौत और उसके बाद ट्रैक्टर रैली के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किये जाने का मामला अब सरकार के गले की फांस की बनता नजर आ रहा है। बीजेपी समर्थित किसान की मौत के बाद दर्ज हुई FIR के विरोध में आज सैंकड़ों की संख्या में भारतीय किसान यूनियन के किसान अंबाला के पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में इकट्ठा हो गए। जहाँ किसानों को पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा , कांग्रेस और हरियाणा डेमोक्रेटिक राजनितिक पार्टियों का भी समर्थन मिला। ऐसे में भारी संख्या में इकट्ठा हुए किसानों ने बड़ा एलान कर दिया और कहा कि अब वो अपनी लड़ाई UNO में लड़ेंगे , क्योंकि उन्हें भारत सरकार से कोई उम्मीद बाकि नहीं है। वहीं किसानों ने कहा कि सरकार की आँखें खोलने के लिए वो खून से भी ज्ञापन लिखने को तैयार हैं।
नारायणगढ़ में बीजेपी की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई किसान की मौत को हत्या बताकर किसान यूनियन के कई नेताओं पर 302 का मामला दर्ज हो चुका है। जिसके बाद आज किसान यूनियन सहित कई किसान नाराज़गी जाहिर करने के लिए और अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए अंबाला एसपी से मिलने पहुँचे। जहाँ पर कई राजनीतिक पार्टियाँ भी उनका समर्थन देने पहुँची। किसान नेता ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अब किसानों को देश की सरकार पर भरोसा नहीं रहा इसीलिए वो अब अपनी आवाज़ UNO तक पहुँचायेगे कि कैसे किसानों को भारत में प्रताड़ित किया जा रहा है। नारायणगढ़ रैली में किसान की हुई मौत को लेकर उन्होंने कहा कि उसका उन्हें बहुत दुःख है लेकिन सरकार द्वारा किसानों के ऊपर हत्या का झूठा मामला किसानों को प्रताड़ित करने के लिए करवाया गया है क्योंकि जिस किसान की कल रैली के दौरान मौत हुई है वो पहले से ही दिल का मरीज था और किसान अपना विरोध प्रदर्शन शांति पूर्वक तरीके से कर रहे थे किसी भी तरह की हिंसा का प्रयोग किसानों द्वारा नहीं किया गया। सरकार सिर्फ किसान आंदोलन की आवाज़ को दबाने के लिए झूठे मुक़दमे दर्ज कर उन्हें परेशान कर रही है। वहीं किसानों को एसपी दफ्तर में समर्थन देने पहुँची हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने कहा कि वो किसानों के साथ खड़े है। किसानों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए और जो भी सच्चाई है वो खुलकर सामने आनी चाहिए।