मॉनसून की झमाझम के बाद पानी पानी हुआ गुरुग्राम शहर...
मॉनसून को लेकर जिला प्रशासन ने दावे तो हज़ार किये थे कि गुरुग्राम और इसके साथ के लगते इलाको में इस बार जल भराव नही होगा ,लेकिन मॉनसून की पहली ही बरसात में यह तमाम दावे धराशाई होते जरूर दिख रहे है |
गुरुग्राम (संजय खन्ना) || मॉनसून को लेकर जिला प्रशासन ने दावे तो हज़ार किये थे कि गुरुग्राम और इसके साथ के लगते इलाको में इस बार जल भराव नही होगा ,लेकिन मॉनसून की पहली ही बरसात में यह तमाम दावे धराशाई होते जरूर दिख रहे है ,और इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है यहां से गुजरने वाले हजारों वाहन चालकों और यहां रह रहे लोगो को | ऐसे में जिला प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल जरूर खड़े हो गए है |
दरअसल बादशाहपुर ड्रेन का काम अभी भी पूरे तौर पर नही हो सका है , और साइबर सिंटी में हर बार मॉनसून में जब भी बदरा जम के बरसते है ऐसे में काफी ज्यादा पानी अरावली और इसके साथ लगते इलाको से होकर अपने प्राकृतिक रस्ते से होते हुए नजफगढ़ ड्रेन तक का सफर तय करता है, लेकिन खांडसा के पास यही बरसाती पानी जिला प्रशासन के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है| दरअसल खांडसा इलाके से होकर बादशाहपुर ड्रेन गुजरता है और नरसिंहपुर भी यहां से ज्यादा दूर नही है ऐसे में नरसिंहपुर ड्रेन को अभी तक यहां क्यो नही जोड़ा जा सका है यह भी बड़ा सवाल बना हुआ है, लेकिन अभी मॉनसून की शुरुवाती बरसात हो रही है और यही पानी एनएच 48 की सर्विस लेन और फिर धीरे धीरे हाई वे के मेन कैरिज को अपने आगोश में समा लेता है, जिसके चलते आसपास के इलाकों में बाड़ जैसी स्थिति पैदा होने लगी है|