जनता की सुरक्षा न कर पाने वाले मुख्यमंत्री को दे देना चाहिए इस्तीफा- उदय भान
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से नूंह में हुई हिंसा के दौरान होडल में डीएसपी रहे सज्जन सिंह ने स्थिति को नियंत्रण करने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की और दंगों को रोकने के लिए अहम भूमिका निभाई वह सराहनीय है। इन दंगों के दौरान डीएसपी की आंख के पास चोट लगी और आंख की रोशनी बेहद कम हो गई।
गुरुग्राम || प्रदेश की जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रदेश के मुखिया यानी मुख्यमंत्री की होता हैं और मुख्यमंत्री द्वारा नूंह हिंसा पर दिया गया बयान बेहद निंदनीय है। जो मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को सुरक्षित नहीं रख सकता उस मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं हैं। यह बात कांग्रेस के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष उदय भान ने कही। वह आज गुड़गांव में डीएसपी सज्जन सिंह से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर भी कई सवालिया निशान खड़े किए। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से नूंह में हुई हिंसा के दौरान होडल में डीएसपी रहे सज्जन सिंह ने स्थिति को नियंत्रण करने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की और दंगों को रोकने के लिए अहम भूमिका निभाई वह सराहनीय है। इन दंगों के दौरान डीएसपी की आंख के पास चोट लगी और आंख की रोशनी बेहद कम हो गई। घटना को हुए दो हफ्ते से भी अधिक का समय बीत गया है, लेकिन न तो मुख्यमंत्री और न गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने डीएसपी की सुध ली है।
वहीं, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पंकज डावर ने भी नूंह हिंसा में सरकार की विफलता को जाहिर किया। उन्होंने कहा कि सरकार नूंह हिंसा को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। एक बहादुर डीएसपी की कदर न करना बेहद अफसोसजनक है। उन्होंने कहा कि डीएसीपी सज्जन सिंह की इस बहादुरी के लिए उन्हें आउट ऑफ टर्म प्रमोशन दी जानी चाहिए। डीएसपी सज्जन सिंह के घर पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह उन्हें उनका हक दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। अब देखना यह होगा कि सरकार का कोई नुमाइंदा कब तक डीएसीपी की सुध लेने के लिए पहुंचेगा।