नूंह में भयानक हिंसा, दंगे के बाद शोभायात्रा में बवाल
पुलिस ने दंगाईयों को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस भीड़-भाड़ में दो होमगार्ड समेत तीन लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी के दृश्यों ने हालात को और खराब कर दिया।
नूंह || दंगे के बाद नूंह में एक शोभायात्रा पर खौफनाक हिंसा का सामना करना पड़ा। विश्व हिंदू परिषद, मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल द्वारा निकाली गई। पूर्व घोषित ब्रजमंडल 84 कोस की शोभायात्रा के दौरान ये दंगे उभरे। यात्रा की शुरुआत होते ही नूंह के नल्हड़ स्थित नलहेश्वर महादेव मंदिर से पथराव और नारेबाजी का आगाज हो गया। पुलिस ने दंगाईयों को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस भीड़-भाड़ में दो होमगार्ड समेत तीन लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी के दृश्यों ने हालात को और खराब कर दिया।
इस घातक हिंसा के कारण गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी में धारा 144 लगाई गई और नूंह में कर्फ्यू लगा दिया गया। शहर के स्कूल, कॉलेज और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया। इससे प्रभावित होने वाले लोगों को अस्पतालों में भर्ती किया गया और नूंह जिला प्रशासन ने दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स बुलाई ताकि दंगाईयों पर काबू कर सकें। इंटरनेट सेवा और जिले की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं।
नूंह में दंगे के बाद झज्जर पुलिस व प्रशासन ने भी अलर्ट जारी किया है। शहर में कानून व शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने फ्लैग मार्च निकाला, जिसमें कई पुलिस स्टेशनों के कर्मचारी शामिल हुए। यह हिंसा नूंह में विश्व हिंदू परिषद और मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी द्वारा निकाली गई पूर्व घोषित ब्रजमंडल 84 कोस की शोभायात्रा के दौरान हुई। यह यात्रा विगत तीन साल से निकाली जा रही है, और इस बार भी धार्मिक समारोह के दौरान दंगे का सामना करना पड़ा।