स्कूल टीचर फेडरेशन ऑफ इंडिया के स्थापना दिवस पर अध्यापक संघ ने किया धरना प्रदर्शन
ध्यापक संघ द्वारा खंड, जिला एवं राज्य स्तर पर अनेक धरने, प्रदर्शनों के बावजूद जन विरोधी एवं शिक्षा विरोधी फैसले कर रही है। इसी के विरोध स्वरूप अध्यापक संघ यमुनानगर में शिक्षा मंत्री के यमुनानगर आवास के सामने 23 अप्रैल से लगातार अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन एवम् भूख हड़ताल चल रही है। इसके बावजूद भी हरियाणा सरकार अध्यापक संघ के मांग-मुद्दों को अनदेखा कर रही है।
भिवानी || हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंध सर्व कर्मचारी संघ जिला कमेटी द्वारा आज 12 अगस्त को स्कूल टीचर फेडरेशन ऑफ इंडिया की स्थापना दिवस को स्थानीय लघु सचिवालय के सामने झंडा रोहण कर पीटीआई धरना स्थल पर विचार गोष्ठी के रूप में मनाया जिसमें मुख्य रूप से सार्वजनिक शिक्षा को बचाने, निजीकरण को बंद करने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, चिराग योजना को वापस लेने, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को वापस लेने, पदों में कटौती को बंद करने सभी हटाए गए पीटीआई, टीचर्स को पूरे वेतन के साथ विभाग में शामिल करने आदि मांग मुद्दों के लिए धरना प्रदर्शन कर स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के अध्यक्षता जिला प्रधान महेंद्र सिंह व संचालन जिला सचिव राजेश सभरवाल द्वारा किया गया।
इस अवसर पर राज्य कमेटी के साथी सुखदर्शन सरोहा ने बताया कि हरियाणा सरकार शिक्षा विभाग को सिकोड़ने एवं निजीकरण की तरफ ले जाने के लिए तेज गति से अनेक योजनाएं लागू कर रही है। अध्यापक संघ द्वारा खंड, जिला एवं राज्य स्तर पर अनेक धरने, प्रदर्शनों के बावजूद जन विरोधी एवं शिक्षा विरोधी फैसले कर रही है। इसी के विरोध स्वरूप अध्यापक संघ यमुनानगर में शिक्षा मंत्री के यमुनानगर आवास के सामने 23 अप्रैल से लगातार अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन एवम् भूख हड़ताल चल रही है। इसके बावजूद भी हरियाणा सरकार अध्यापक संघ के मांग-मुद्दों को अनदेखा कर रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को तुरंत इस बारे में संज्ञान लेना चाहिए एवं अध्यापक संघ के मांग पत्र पर तुरंत कार्य करना चाहिए।
वरिष्ठ कर्मचारी नेता दिलबाग जांगड़ा ने कहा कि हटाए गए पीटीआई अध्यापकों को रोजगार कौशल निगम में समायोजित कर दूरदराज स्कूलों एवं दूसरे जिलों में भेजा जा रहा है इतने कम वेतन में इतनी दूर जाकर सेवा करना इन साथियों के साथ अन्याय है। वरिष्ठ पदाधिकारी राजेश ढांडा ने बताया कि सरकार को इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए इन्हें गृह जिलों में स्टेशन अलॉट किए जाएं एवं समान काम समान वेतन के तहत इन्हें सम्मानजनक वेतन भत्ते मिले।