तीन बच्चियों की मौत में संसय, डॉक्टर बोले शरीर में जहर, जिसने सीधा हार्ट पर किया है अटैक
खाना खाने के बाद तीन मासूम बच्चियों की मौत का मामला सुलझ नहीं पा रहा है। अभी यह मौत संदिग्ध परिस्थितियों में नजर आ रही है। इलाज करने वाले डॉक्टर भी अभी संसय में है और जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे है। डॉक्टर का कहना है कि शरीर में जहर जरूर है और वह भी इतना खतरनाक कि सीधा हार्ट पर अटैक हुआ है। हालांकि अन्य सभी अब खतरे से बाहर है।
रोहतक || रोहतक के बालंद गांव में 15 अगस्त को एक परिवार ने खाना क्या खाया 9 सदस्यों की तबीयत बिगड़ गई और तबीयत भी ऐसी बिगड़ी कि तीन मासूम बच्चियों ने हस्पताल में दम तोड़ दिया। हालांकि यह माना जा रहा था कि फूड प्वाइजनिंग की वजह से उनकी मौत हुई है। लेकिन अभी उसे मामले में संसय बना हुआ है। इन सभी का इलाज करने वाले निजी अस्पताल के डॉक्टर एकल अरोड़ा का कहना है कि शुरुआत में यह एक सामान्य फूड प्वाइजनिंग का केस लग रहा था। जब उन्होंने जांच की तो उन्हें पता चला शरीर में कोई ऐसा जहर है जिसने सीधे हार्ट पर असर किया है और ब्लड प्रेशर लो होता चला गया। आखिर दो मासूम बच्चियों ने उनके अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था जबकि एक 2 साल की मासूम बच्ची की रोहतक पीजीआई में मौत हुई। लेकिन अन्य सभी लोग अब खतरे से बाहर है। जो जहर या पदार्थ उनके शरीर में था उसने इनके हार्ट की काम करने की क्षमता को काफी कम कर दिया था, लेकिन कौन सा पदार्थ या जहर है अभी यह जांच का विषय है। जैसे जांच रिपोर्ट आएगी उसमें सारा मामला पता चल जाएगा।
वहीं दूसरी ओर शिवाजी कॉलोनी थाना प्रभारी देशराज ने बताया कि डॉक्टर ने जो जहर होने की आशंका जताई है। लिखित में आने पर इस मामले की उस एंगल से भी जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि तीनों बच्चियों के शवों का कल पोस्टमार्टम करवाया था और परिजनों को सौंप दिया था। पोस्टमार्टम करते वक्त बोर्ड का गठन किया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक फूड प्वाइजनिंग का मामला ही सामने आ रहा है। लेकिन अन्य लोग भी जो इसकी चपेट में आए हैं उनके भी बयान दर्ज किए गए हैं। सब ने यही बताया है कि वह खाना खाकर सोए थे और सुबह उनकी तबीयत खराब हुई है। वहीं पुलिस दूसरे एंगल से भी इस मामले की जांच कर रही है।