विद्यार्थियों को दिलाया नशे व जंक फूड से दूर रहने का संकल्प

पहलवान बिजेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों एव स्टाफ सदस्यों को जंक फूड व नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई। बता दे कि स्टील मैन पहलवान बिजेंद्र सिंह ने वर्ष 2023 तक 100 शक्ति प्रदर्शन करने का अभियान चलाया हुआ है, जिसके तहत वीरवार को गांव लोहानी के एसएचटी ग्लोबल सीनियर सैकेंडरी स्कूल में 67वां शक्ति प्रदर्शन किया गया।

भिवानी || युवा वर्ग में इन दिनों जंक फूड का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण युवाओं का शारीरिक विकास पूरी तरह से नहीं हो पाता तथा उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के कारण युवा रोजाना किसी ना किसी बीमारी का शिकार हो रहे है। इसके अलावा नशा भी युवाओं का सबसे बड़ा दुश्मन बनता जा रहा है, जिसके कारण वे खेल व अन्य गतिविधियों से दूर होते जा रहे है। जंक फूड व नशे के स्वाद में फंसकर युवा वर्ग अपना भविष्य दांव पर लगा रहे है। यह बात अखिल भारतीय युवा जनकल्याण संगठन के अध्यक्ष एवं विश्व रिकॉर्डधारी स्टील मैन पहलवान ने वीरवार को गांव लोहानी के एसएचटी ग्लोबल सीनियर सैकेंडरी स्कूल में विद्यार्थियों को जंक फूड व नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए कही। इस दौरान पहलवान बिजेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों एव स्टाफ सदस्यों को जंक फूड व नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई। बता दे कि स्टील मैन पहलवान बिजेंद्र सिंह ने वर्ष 2023 तक 100 शक्ति प्रदर्शन करने का अभियान चलाया हुआ है, जिसके तहत वीरवार को गांव लोहानी के एसएचटी ग्लोबल सीनियर सैकेंडरी स्कूल में 67वां शक्ति प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उन्होंने 10 किलोग्राम वजन को आंखों से उठाया, दांतों से स्कूल बस खींची, दांतों में झूला डालकर 10 बच्चों को झूलाया झुलाया, विभिन्न भार वर्ग के करीबन 10 बच्चों को दांतों से उठाकर दौड़ लगाने जैसे खतरनांक स्टंट किए। इसके अलावा पंपलेट भी वितरित किए।

इस मौके पर स्टील मैन पहलवान बिजेंद्र सिंह ने कहा कि नशा एचआईवी, हेपेटाइटिस, तपेदिक जैसे गंभीर रोगों का कारण है, इसके अलावा इसके आर्थिक हानि और असामाजिक व्यवहार जैसे चोरी, हिंसा और अपराध एवं सामाजिक कलंक तथा समाज का समग्र पतन कई रूपों में दुष्प्रभाव भी हैं। हम किसी भी नशे को अपनी प्रबल इच्छाशक्ति से स्वयं को शिकार बनने से रोक सकते हैं। वही जंक फूड के दुष्प्रभाव बताते हुए उन्होंने कहा कि जंकफूड्स में कैलोरी, सॉल्ट और शुगर की मात्रा काफी ज्यादा होती है तथा पोषक तत्वों की मात्रा काफी कम होती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हेल्दी नहीं मानी जाती है। इससे हैजा, टाइफाइड और पीलिया जैसी बीमारियां होने की संभावना होती है। इसके अलावा अधिक मात्रा में जंकफूड खाने से व्यक्ति मानसिक तनाव का शिकार भी हो सकता है।