Haryana :दक्षिण हरियाणा का एकमात्र 100 बैड का आधुनिक अस्पताल में सुविधाओं की दरकार || P24 News
चरखी दादरी। दादरी जिले के सबसे बड़े सामान्य सरकारी अस्पताल में सुविधाओं की कमी किस कदर मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसका नजारा इस अस्पताल में आने वाले मरीजों की खासी भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है। वर्षों से अल्ट्रासाउंड मशीन कंडम होने के बाद बंद कमरे में धूल फांक रही है, जिससे मरीजों को बाजारों में चक्कर काटने पड़ रहे हैं। खासकर गर्भवती महिलाओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के लडख़ड़ाई स्वास्थ्य सेवाएं देखकर स्वास्थ्य विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
Haryana || Neha Rajput || तत्कालीन भूपेंद्र हुड्डा की सरकार में सहकारिता मंत्री रहते हुए सतपाल सांगवान द्वारा दक्षिण हरियाणा का एकमात्र 100 बैड का आधुनिक अस्पताल बनवाया गया था। एकमात्र जिला सिविल अस्पताल में ना चिकित्सक, ना फार्मासिस्ट और ना ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं। पिछले कई वर्षों से सिविल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पद रिक्त होने के चलते अल्ट्रासाउंड मशीन को कंडम हो गई। जो बंद कमरे में धूल फांक रही है। ऐसे में सिविल अस्पताल के मरीजों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ बाजारों में चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
सिविल अस्पताल से हर रोज गर्भवती महिलाओं को बाजार से अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए भेजा जाता है। इस बारे में स्थानीय लोग काफी समय से सरकार व स्वास्थ्य विभाग से यहां पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों, सहायक कर्मियों की नियुक्तियों की मांग करते रहे हैं लेकिन हालातों में कोई सुधार नहीं हो रहा है। इसके विपरीत स्थिति लगातार और भी गंभीर होती जा रही है।
सीएमओ डा. कृष्ण कुमार ने बताया कि जिला मुख्यालय पर सिविल अस्पताल में चिकित्सकों के साथ-साथ सहकर्मियों के काफी पद रिक्त हैं। रिक्त पदों को भरने के लिए कई बार मुख्यालय को अवगत करवाया गया हैद्। गर्भवती महिलाओं के लिए निजी अस्पतालों के माध्यम से करवाए जा रहे हैं, जिसके लिए विभाग द्वारा 350 रुपए दिए जा रहे हैं। जल्द ही रेडियोलॉजिस्ट के पद पर नियुक्ति मुख्यालय से हो, इसके लिए लिखा गया है। मरीजों को दिक्कत ना हो, इसके लिए व्यवस्था की जा रही है।
पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने बताया कि उन्होंने तत्कालीन हुड्डा सरकार में दक्षिण हरियाणा का एकमात्र 100 बैड का आधुनिक अस्पताल बनवाया था और उस समय सभी सुविधाएं उपलब्ध थी। लेकिन इस समय यहां के हालात देखकर काफी दुख होता है। सीएम मनोहर लाल व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से प्रशनली मिलकर व अनेकों बार पत्र लिखकर समाधान की मांग जा चुकी है।