पक्षियों के लिए बनाया सात मंजिल का अनोखा घर
कारोबारी महेंद्र शर्मा का कहना है कि पक्षियों के संरक्षण के लिए उन्होंने प्रकृति सुरक्षा संघ नाम से संस्था बनाई है जो कि पंजीकृत है। ये संस्था अब आसपास के कई गांवों में भी ऐसे टावर बनवाएगी। इनमें से तीन जगहों का चयन हो चुका है। टावर निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों समेत धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं से संपर्क किया जा रहा है।
चरखी दादरी || हर इंसान अपने रहने के लिए एक खूबसूरत घर बनाने की चाहत रखता है, लेकिन शायद ही कोई इस बात का ध्यान रखता हो कि जिन परिंदों की चहचहाट कानों में मधुर संगीत घोल देती है, उनका भी कोई आशियाना होना चाहिए। इसकी पहल करते हुए चरखी दादरी के गांव माई खुर्द में सूरत के कारोबारी महेंद्र शर्मा पक्षी प्रेमी ने बेजुबान परिंदों के लिए लाखों रुपये की लागत से पक्षी घर का निर्माण करवाया है। सात मंजिल के इस अनोखे घर में 700 फ्लैट बनाए गए है। जिनमें करीब 4 हजार पक्षियों के रहने, खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। पक्षी घर बनाने में जहां खास मिट्टी व अन्य निर्माण सामग्री का प्रयोग किया है वहीं गर्मी-सर्दी या बारिश की भी कोई टेंशन नहीं होगी।
चरखी दादरी के गांव माई खुर्द में कारोबारी महेंद्र शर्मा महेंद्र शर्मा के पिता हरफूल शर्मा स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं। उन्होंने परिवार के साथ मिलकर एक ऐसा अनोखा घर बनाया है, जहां इंसान नहीं पक्षियों का निवास होता है। पर्यावरण प्रेमियों ने पक्षियों के लिए 75 फीट ऊंचा, 700 फ्लैट वाला 7 मंजिला पक्षी घर (टावर) बनाकर एक अनोखी मिसाल पेश की है। करीब दो महीने से भी ज्यादा 20 कारीगरों द्वारा इसका निर्माण करवाया गया। बर्ड्स-टावर में करीब 4 हजार पक्षी आश्रय ले सकेंगे। इसके निर्माण को लेकर गुजरात के कारीगरों ने खास तरह की मिट्टी व निर्माण सामग्री का प्रयोग किया है। फ्लैटों का निर्माण इस तरह से किया गया है कि प्रत्येक मौसम में वह पक्षियों की सुरक्षा के लिए अनुकूल है। पर्यावरण प्रेमी पक्षियों का जीवन बचाने की इस पहल की जमकर सराहना कर रहे हैं। गांव के पूर्व सरपंच विजय कुमार व देवराज शर्मा का कहना है कि पक्षी टावर बनने के बाद आसपास के लोग देखने पहुंच रहे हैं। गुजरात में ऐसे टावर देखे थे, अब उनके गांव में पक्षी टावर लगने से जहां पक्षियों के संरक्षण को लेकर युवाओं में जागरुकता आएगी वहीं आने वाल पीढ़ी को भी सीखने को मिलेगा।
टावर की खासियत, गर्मी-सर्दी या बारिश की नो टेंशन
महेंद्र शर्मा ने जो सात मंजिला टावर बनवाया है उसकी अपनी खासियत हैं। निर्माण सामग्री और अन्य सामान गुजरात से मंगवाया गया है। ये टावर जहां भूकंप रोधी है वहीं यह गर्मियों में ठंडा और सर्दियों में गर्म रहेगा। पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था के लिए टावर के निचले हिस्से में कुंड बनाया गया है जो जमीनी पानी से भर जाएगा।
पक्षियों के प्रजनन के अनुकूल हैं फ्लैट
महेंद्र शर्मा की मानें तो पक्षी टावर के अंदर व बाहर की तरफ विशेष सामग्री का प्रयोग किया है ताकि पक्षियों के प्रजनन के अनुकूल हो। पक्षी इन फ्लैटों में आराम से प्रजनन प्रक्रिया भी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि टावर के नीचे बड़ा चबूतरा बनाया जाएगा। जहां विशेष प्रकार की जाली लगाकर दाना व पानी डाला जाएगा।