भिवानी || आमजन को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए एक तरफ तो सरकार व प्रशासन द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते है तथा सरकार के निर्देशानुसार मंत्री व अधिकारी हाथ में झाडू लेकर शहर को साफ-सुथरा व स्वच्छ बनाने की बात कहते है। वही दूसरी तरफ असल मायनों में शहर की सफाई व्यवस्था का बीड़ा उठाए हुए स्वच्छता प्रहरी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले काफी दिनों से सघर्षरत्त है तथा सरकार से उनकी मांगें पूरी किए जाने की गुहार लगा रहे है, लेकिन सरकार उनकी मांगों को लगातार अनसुना किए जा रही है। जिसके चलते सफाई कर्मचारियों में रोष है तथा अब वे सख्त कदम उठाने पर मजबूर होंगे। यह बात नगर पालिका कर्मचारी संघ के भिवानी इकाई प्रधान सुरेश ने शनिवार को भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ को मांगपत्र सौंपते हुए कही। इस दौरान उन्होंने सख्त लहजे में चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे रोष स्वरूप डीएमसी कार्यालय व उनके आवास के समक्ष मृत पशु डालने पर मजबूर होंगे, ताकि शहरवासियों की तरह उन्हे भी गंदगीयुक्त माहौल का अंदाजा लग सकें। नगर पालिका कर्मचारी संघ के भिवानी इकाई प्रधान सुरेश के नेतृत्व में सफाई कर्मचारियों द्वारा विधायक को सौंपे मांगपत्र में समान काम-समान वेतन के तहत एरियर, 29 अक्तूबर 2022 व 5 अप्रैल 2023 के समझौते में मानी गई मांगें को पूरा करने, न्यिूनतम वेतन 24 हजार देन व झाडू भत्ता, सफाई भत्ता, वर्दी, जूते तेल व साबुन आदि की सुविधा देने, ईएसआई, ईपीएफ का लाभ देने, पुरानी पेंशन बहाल करने, हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग करने, ठेकों में लगे कर्मचारियों को विभाग के रोल पर करने, योग्यता पूरी करने पर फायर ऑपरेटरों के पदों पर फायर ड्राईवर व फायर मैनों को समायोजित किए जाने, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियसों को 100-100 वर्ग गज के प्लॉट या आवासीय सुविधा दिए सहित अन्य मांग की।
उन्होंने कहा कि अपनी मांग व मुद्दों को लेकर सफाई कर्मचारी पिछले लंबे समय से संघर्षरत्त है, लेकिन सरकार द्वारा कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया जा रहा। जिसके चलते सफाई कर्मचारियों के सब्र का बांध अब टूट गया है तथा 15 अक्तूबर को रोहतक में होने वाली आक्रोश रैली में सरकार के खिलाफ बड़े संघर्ष की रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने सफाई कर्मचारियों से आह्वान किया कि 15 अक्तूबर की रोहतक रैली में अपने परिवार के सदस्यों संग पहुंचकर अपने हकों की आवाज को बुलंद करें। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी करने का खामियाजा भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को चुनाव में भुगतना पड़ेगा तथा यदि अब उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वे भाजपा व जजपा को विधानसभा का मुंह तक देखने से वंचित कर देंगे।