रोहतक जिला प्रशासन ने स्कूल संचालकों को दिए सख्त निर्देश
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया की रोहतक जिले में 750 सरकारी, गैर सरकारी स्कूल है और 14 कॉलेज है जिसमें इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य है बच्चों को यातायात नियमों बारे में अवगत कराना है। वहीं अतिरिक्त उपायुक्त ने स्कूल संचालक को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह अपने वाहन पर रिफ्लेक्टर लगवाकर सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन बरते ताकि बच्चों के जीवन के साथ कोई खिलवाड़ न हो।
रोहतक || बदलते मौसम को देखते हुए व आने वाले दिनों में गिरने वाली धुंध को देखते हुए जिला प्रशासन अभी से अलर्ट हो गया है। जिला प्रशासन ने जिला विकास भवन में स्कूल व कॉलेज संचालकों को सड़क सुरक्षा के नियमों को बरतने की एडवाइजरी जारी की है। इसलिए जिले के स्कूल कॉलेज में 13 अक्टूबर से सड़क सुरक्षा प्रतियोगिता का प्रथम चरण की शुरुआत की जाएगी। जिसमें छात्रों को सड़क सुरक्षा के नियमों के पालन करने के बारे में जागरूक किया जाएगा। क्योंकि धुंध के मौसम में सड़क हादसे न हो। रोहतक जिले में लगभग 750 सरकारी व गैर सरकारी स्कूल है व 14 कॉलिज है।
जिले के अतरिक्त उपायुक्त महेश कुमार ने बताया कि सर्दी के मौसम में धुंध ज्यादा गिरती है जिसके कारण रोड़ एक्सीडेंट की घटनाएं बढ़ती है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र भाग लेते है। अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया की रोहतक जिले में 750 सरकारी, गैर सरकारी स्कूल है और 14 कॉलेज है जिसमें इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य है बच्चों को यातायात नियमों बारे में अवगत कराना है। वहीं अतिरिक्त उपायुक्त ने स्कूल संचालक को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह अपने वाहन पर रिफ्लेक्टर लगवाकर सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन बरते ताकि बच्चों के जीवन के साथ कोई खिलवाड़ न हो। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा की जो भी स्कूल सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं करते मिले उनके खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी और इसलिए ट्रैफिक इंचार्ज को दिशा निर्देश दे दिए हैं। इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन के साथ जिला पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।