तीन दिन बाद खुले बाजारों में लौटी रौनक
व्यापार मंडल पलवल के जिलाध्यक्ष बलराम गुप्ता ने बताया कि तीन दिन से बाजार बंद था जिसके चलते ग्राहकों के साथ-साथ व्यापारियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। गुप्ता ने कहा कि प्रशासन को दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए ताकि व्यापारियों में भय का माहौल खत्म हो। उन्होंने कहा कि दंगा करने वाले लोगों की कोई जाति या धर्म नही होता उनका मकसद उत्पात फैलाना होता हैं।
पलवल || नूंह से शुरू हुई हिंसा अब थमने लगी हैं। तीन दिन बाद रोजमर्रा का जनजीवन पटरी पर आने लगा है। जिसका असर बाजारों में भी देखने को मिल रहा है। कई दिनों से बंद पड़े बाजार अब खुलने लगे हैं और ग्राहकों का आवागमन भी शुरू हो गया है। जिससे बाजारों में रौनक लौटने लगी है।
पलवल के मुख्य बाजार मीनार गेट पर जहां नूंह में उपजी साम्प्रदायिक हिंसा के बाद पलवल में हुई आगजनी और तोड़फोड़ के बाद बाजार बंद था जो वीरवार को सुबह खुलना शुरू हो गया। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने मैन बाजार में जाकर दुकानदारों से दुकान खोलने का आह्वान किया जिनके आह्वान पर दुकानदारों ने दुकान खोलनी शुरू कर दी। जिसके चलते बाजार में जहां लोगों का आवागमन शुरू हो गया वहीं लोगों में व्याप्त भय की भावना भी कम होती नजर आ रही है। व्यापार मंडल पलवल के जिलाध्यक्ष बलराम गुप्ता ने बताया कि तीन दिन से बाजार बंद था जिसके चलते ग्राहकों के साथ-साथ व्यापारियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। गुप्ता ने कहा कि प्रशासन को दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए ताकि व्यापारियों में भय का माहौल खत्म हो। उन्होंने कहा कि दंगा करने वाले लोगों की कोई जाति या धर्म नही होता उनका मकसद उत्पात फैलाना होता हैं। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्रदेश भर में जहां भी इस हिंसा से लोगों को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई करें।
आपको बता दें की साम्प्रदायिक हिंसा की आग पलवल तक भी पहुंची थी जिसके बाद जिले में सभी शिक्षण संस्थान, बाजार व इंटरनेट सेवा बंद थी। लेकिन तीन दिन बाद बाजार खोल दिये गयें है। फिलहाल शिक्षण संस्थान और इंटरनेट सेवा बंद है। वहीं जिले में धारा 144 लागू है। जगह-जगह पुलिस का पहरा है। पुलिस ने अबतक इस हिंसा में शामिल सैकड़ों लोगों के खिलाफ अलग-अलग 16 एफआईआर दर्ज की हैं जिनमें 6 नामित लोग है। पुलिस फिलहाल शामिल आरोपियों की जांच में जुटी है।