गुरुग्राम में कोरोना के साए में होगी रामलीला...
पूरा देश इस समय कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहा है और इसी दौरान त्योहारों का समय भी आ गया है. नवरात्र और दशहरा देश के प्रमुख त्योहार हैं, इसलिए राज्य सरकारें महामारी के इस दौर में त्योहारों को लेकर गाइडलाइंस जारी कर रही है.गाइडलाइंस में त्यौहार को मनाने की इजाजत तो है तो वही एहतियात बरतने को भी कहा गया है लेकिन कोरोना के साए में इस साल त्यौहार मनाना चुनौतीपूर्ण बन रहा है।
गुरुग्राम (संजय खन्ना) || साल 2020 इतिहास का सबसे चुनौतीपूर्ण साल रहा है कोरोना के चलते जहां पहले लॉकडाउन के कारण व्यापार और नौकरियों जाने का खतरा बढ़ा तो वही अब त्योहारों पर कोरोना का साया मंडरा रहा है। 25 अक्टूबर का दशहरा है और उससे पहले कई दिन तक रामलीला का आयोजन होना है।ऐसे में रामलीला मंच द्वारा रिहर्सल भी की जा रही है और बाज़ारो में रावण ,मेघनाथ और कुम्भकर्ण के पुतले भी तैयार किए जा रहे है ।वहीं जिला उपायुक्त ने आयोजकों के साथ बैठक कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं।जिसमे डिप्टी कमिश्नर ने कहा है कि सभी एहतियात बरते क्योंकि यह हर इंसान के लिए जरूरी है |
हाल ही की बात करें तो दशहरा आने वाला है। जिससे पहले रामलीला की जाती है। वही रामलीला के दौरान गुरुग्राम जिला प्रशासन ने इंडोर में 200 लोगों की इजाजत दी है तो वही आउटडोर ग्राउंड में कोई भी बंदिश नहीं है लेकिन उसके बावजूद आयोजक सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और एहतियात बरतने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं। रामलीला आयोजकों की मानें तो पहले 5000 लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था की जाती थी लेकिन अब बड़े ग्राउंड में 1 हजार ही कुर्सियां सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लगाई जाएगी ताकि भीड़ इकट्ठी ना हो। वही गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।
वही सर्व श्री रामलीला संयुक्त कमिटी के प्रधान सेवक सुरेन्द्र खुल्लर ने कहा कि इस बार रामलीला के कलाकारों के लिए पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं। इस बार हर कलाकार के लिए अलग से ड्रेस बनवाई गई है। साथ ही साथ माइक भी अलग से इस्तेमाल किया जाएगा। कोई भी कलाकार किसी भी दूसरे कलाकार का माइक या ड्रेस इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।वही सुरेन्द्र खुल्लर ने यह भी कहा कि राममंदिर बनने का सपना होने के बाद यह पहली रामलीला होगी जिससे दर्शकों में रामलीला को लेकर और ज्यादा खुशी हैै । डॉक्टर की मानें तो त्यौहारों के दौरान कोरोना का कहर बढ़ने का खतरा है क्योंकि लोग अब खरीददारी करने मार्केट में निकलेंगे।साथ ही साथ रामलीला देखने भी जाएंगे और दशहरे का भी आयोजन होगा। डॉक्टर की माने तो एहतियात बरतने के लिए हर व्यक्ति मास्क और सैनिटाइजर जरूर रखें। डॉक्टर ने यह भी कहा कि जिसे हल्के भी लक्षण हो वह घर से बाहर बिल्कुल ना निकले ।घर मे बैठकर ही सोशल मिडिया के माध्यम से आप रामलीला देखे | भारत में जब मात्र 500 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए थे तो केंद्र सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया था लेकिन जहां अब भारत में संक्रमण के 68 लाख से ज्यादा मामले है तो सरकार द्वारा त्योहारों का आयोजन करने की इजाजत देना समझ से बाहर है वही डिप्टी कमिश्नर अमित खत्री ने टोटल टीवी के माध्यम से दर्शकों को अपील की है कि वह त्यौहारों के समय खुद ही एहतियात बरते क्योंकि कोरोना का कहर जारी है ।इसलिए मास्क और सैनिटाइजर समेत तमाम एहतियात त्योहारों के सीजन में बरतने जरूरी हैं।