अम्बाला में निजी स्कूलों ने प्रेसवार्ता कर सरकार के सामने रखी अपनी मांगे...
निजी स्कूलों ने प्रेसवार्ता कर सरकार के सामने रखी कई मांगे , मांगे न माने जाने पर दी धरने-प्रदर्शन,भूख हड़ताल करने की चेतावनी , निजी स्कूलों के टीचरों से कोरोना टेस्टकी फीस न लेने रखी मांग।
अम्बाला (अंकुर कपूर) || नीसा से संबंधित फेडरेशन आफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने आज अंबाला में पत्रकार वार्ता कर हरियाणा सरकार को चेतावनी दी कि सरकार अगर निजी स्कूलों की मांगे नहीं मानेगी तो उन्हें मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा । इस दौरान स्कूल एसोसिएशन ने ऐसे स्कूलों को भी चेतावनी दी जो बच्चों से बसें न चलने के दौरान के पैसे मांग रहें हैं । वहीं निसा ने आज निजी स्कूलों के टीचरों के कोरोना टेस्ट की फीस लेने के फैसले को भी वापिस लेने की मांग सरकार से की।
अंबाला में आज नीसा से संबंधित फेडरेशन आफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशनबने प्रेस वार्ता की और अपनी मांगों को मीडिया के समक्ष रखा । नीसा के राष्ट्रीय प्रधान कुल भूषण शर्मा ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए बताया कि उन्होंने सरकार के सम्मुख तीन मांगें रखी हैं । उनकी मांगों में सबसे पहले स्कूलों संचालकों की आर्थिक बदहाली का हवाला देकर निसा के अध्यक्ष ने बताया कि आज स्कूलों की हालत सही नहीं है ऐसे में अगर स्कूल अपने टीचरों को 1600 रूपये में कोरोना का टेस्ट करवाने के लये कहेंगे तो ये उन पर आर्थिक बोझ डालने जैसा होगा , वहीं स्कूल बंद है लेकिन उनके एवरेज बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं , निसा ने मांग की है विजली के बिल एवरेज न भेजकर एक्चुअल भेजे जाएँ। वहीं निसा ने सरकार से यह भी मांग की है कि बसों सहित अन्य लोन की किश्त मार्च तक स्थगित की जाएँ। निजी स्कूलों ने आज की प्रेसवार्ता में सरकार को कड़े शब्दों में चेतावनी भी दी। उन्होंने बताया कि सरकार इनकी मांगे नहीं मानती तो निजी स्कूल सड़कों पर उतरने से भी गुरेज नहीं करेंगे और धरने-प्रदर्शन भी किये जायेंगे। वहीँ कुछ ऐसी भी शिकायतें सामने आ रही हैं कि कुछ निजी स्कूल बिना स्कूल बसें चलाए ट्रांसपोर्ट चार्ज की मांग कर रहे हैं। इस मामले पर मिडिया के सवालों के जवाब देते हुए निसा प्रधान ने कहा कि अगर कोई स्कूल ऐसे चार्ज मांग रहा है तो कार्रवाई होने पर एसोसिएशन उस स्कूल का साथ नहीं देगा।