चैकअप के लिए पहुंची गर्भवती महिलाओं को मिला पौष्टिक आहार
गर्भवती महिलाओं का चैकअप करने के बाद दवाइयों के साथ-साथ 50 रुपए की रिफ्रेशमेंट दिया जाता है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले पांच माह के दौरान गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली रिफ्रेशमेंट को बंद दिया गया। इस बारे में नोडल अधिकारी द्वारा बजट नहीं आने का कारण बताया गया। यह मामला मीडिया में प्रमुखता से दिखाया गया तो स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लेते हुए गर्भवती महिलाओं को डाइट वितरित करना शुरू कर दिया।
चरखी दादरी। सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को पीएमएसएमए योजना के तहत दी जाने वाली डाइट पांच माह से नहीं मिलने की खबर मीडिया में आने पर स्वास्थ्य विभाग जागा है। विभाग ने मीडिया में आई खबरों पर संज्ञान लेते हुए गर्भवती महिलाओं काे कैंप में दी जाने वाली डाइट वितरित करना शुरू कर दिया है। हालांकि 50 रुपए की रिफ्रेशमेंट की बजाए मात्र 20 रुपए का गुड़ व चना वितरित किया गया। इस बारे नोडल अधिकारी का कहना है कि जो उन्हें मिला, वहीं वितरित किया जा रहा है।
बता दें कि सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत हर माह तीन दिन सिविल अस्पताल में विशेष कैंप लगाकर गर्भवती महिलाओं का चैकअप करने के बाद दवाइयों के साथ-साथ 50 रुपए की रिफ्रेशमेंट दिया जाता है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले पांच माह के दौरान गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली रिफ्रेशमेंट को बंद दिया गया। इस बारे में नोडल अधिकारी द्वारा बजट नहीं आने का कारण बताया गया। यह मामला मीडिया में प्रमुखता से दिखाया गया तो स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लेते हुए गर्भवती महिलाओं को डाइट वितरित करना शुरू कर दिया। हालांकि डाइट में 50 रुपए की बजाए मात्र 20 रुपए के गुड़-चना ही दिए गए। वहीं सीएमओ डा. कृष्ण कुमार ने पूरे मामले को लेकर जांच के भी आदेश दिए थे।
सुरक्षित मातृत्व अभियान कैंप की नोडल अधिकारी कमलेश देवी ने बताया कि बजट बारे उच्चाधिकारियों को डिमांड भेजी थी। बजट नहीं आने के बाद गर्भवती महिलाओं को पिछले कई कैंपों में रिफ्रेशमेंट बंद हो गई थी। अब मीडिया में मामला आया है तो अधिकारियों ने गुड़ व चना की डाइट भेजी है। नाममात्र डाइट बारे उनका कहना है कि जो अधिकारियों ने रिफ्रेशमेंट भेजी है वहीं वितरित करना शुरू कर दिया है।