हिंदू विवाह कानून संशोधन को लेकर फोगाट खाप ने दोबारा आंदोलन की चेतावनी
केंद्र सरकार ही इस पर कोई फैसला ले सकती है। राज्य सरकार के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है। ऐसे में फोगाट खाप ने कार्यकारिणी की आपातकालीन मीटिंग बुलाते हुए मंथन किया। दादरी के स्वामी दयाल धाम पर हुई मीटिंग में फोगाट खाप ने स्पष्ट कहा कि हिंदू विवाह कानून संशोधन को लेकर सरकार को तुरंत प्रभाव से संज्ञान लेना चाहिए।
चरखी दादरी || समान गोत्र और एक ही गांव में शादी पर रोक लगाने के मांग पर खाप पंचायतें एक बार फिर से लामबंद हो गई हैं। इसी कड़ी में फोगाट खाप ने कार्यकारिणी की मीटिंग बुलाते हुए हिंदू विवाह कानून संशोधन को लेकर मंथन किया और स्पष्ट किया कि सरकार को अविलंब हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन करना चाहिए। साथ ही लिव इन रिलेशनशिप पर भी पाबंदी गलनी चाहिए। अगर सरकार ने इस मामले में कोई कड़ा संज्ञान नहीं लिया तो महापंचायत बुलाकर बड़ा आंदोलन शुरू किया जा सकता है। बता दें कि पिछले दिनों खाप प्रतिनिधियों की सीएम मनोहर लाल से मुलाकात हुई थी और सीएम द्वारा कहा गया कि हिंदू विवाह अधिनियम 1955 में संशोधन करना केंद्र का काम है। केंद्र सरकार ही इस पर कोई फैसला ले सकती है। राज्य सरकार के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है। ऐसे में फोगाट खाप ने कार्यकारिणी की आपातकालीन मीटिंग बुलाते हुए मंथन किया। दादरी के स्वामी दयाल धाम पर हुई मीटिंग में फोगाट खाप ने स्पष्ट कहा कि हिंदू विवाह कानून संशोधन को लेकर सरकार को तुरंत प्रभाव से संज्ञान लेना चाहिए। इस मामले को लेकर फोगाट खाप द्वारा पहले भी राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा चुकी है। सरकार ने इस मामले पर ठोस निर्णय नहीं लिया तो दूसरी खापों के साथ मिलकर आंदोलन को तेज किया जाएगा।
मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए खाप प्रधान बलवंत नंबरदार व प्रवक्ता शमशेर खातीवास ने कहा कि सरकार को अविलंब हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन करना चाहिए। इतना ही नहीं लिव इन रिलेशनशिप पर भी पाबंदी होनी चाहिए। सगोत्र और समगांव में विवाह सही नहीं है। इससे सामाजिक ताना-बाना प्रभावित होता है। फौगाट और अन्य खापों ने प्रशासन के मार्फत इन मांगों को लेकर राष्ट्रपति तक को ज्ञापन सौंपा है। केंद्र और प्रदेश सरकार को खापों की इन मांगों की ओर ध्यान देना चाहिए। वरना आगामी दिनों में महापंचायत बुलाकर बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।