पिछड़ा वर्ग परिवार से हुए सामाजिक अत्याचार के विरोध में उतरे लोग

पिछड़ा वर्ग मोर्चा भिवानी के बैनर तले पिछड़ा वर्ग के लोगों ने रविवार को उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम मांगपत्र सौंपा तथा इस पीडि़त को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। इस दौरान केंद्र सरकार व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला फूंककर विरोध भी जताया। मांगपत्र सौंपते हुए पूर्व पार्षद बलवान सिंह घणघस, किसान नेता राकेश आर्य ने बताया कि गांव सिंगपुर में कुम्हार समाज के लोग बाल कटवाने के लिए गए थे। जब वे बाल कटवाने कुर्सी पर बैठने लगे तो दबंगों के निर्देशानुसार सैलून संचालक ने कुर्सी पर बैठकर उनके बाल काटने से मना कर दिया तथा धरती पर बैठने को कहा।

भिवानी || एक तरफ जहां भारत विश्वगुरू बनने की दौड़ में दौड़ रहा है तथा जी-20 जैसे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है, वही दूसरी तरफ आज भी लोगों का जातिगत आधार पर उत्पीडऩ कर सामाजिक अत्याचार किए जाते है, जिन पर अंकुश लगाए जाने की आवश्यकता है। ऐसा ही मामला बीते दिनों मध्यप्रदेश के दमोह जिला के गांव सिंगपुर में सामने आया है, जहां पर कुम्हार समाज से जुड़े परिवार का सिर्फ इसीलिए हुक्का-पानी बंद कर दिया, क्योंकि उस परिवार के एक व्यक्ति ने धरती पर बैठकर बाल कटवाने से मना कर दिया था। जिसके विरोध में देश भर के कुम्हार समाज के लोगों में रोष है। इसी के चलते पिछड़ा वर्ग मोर्चा भिवानी के बैनर तले पिछड़ा वर्ग के लोगों ने रविवार को उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम मांगपत्र सौंपा तथा इस पीडि़त को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। इस दौरान केंद्र सरकार व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला फूंककर विरोध भी जताया।
मांगपत्र सौंपते हुए पूर्व पार्षद बलवान सिंह घणघस, किसान नेता राकेश आर्य ने बताया कि गांव सिंगपुर में कुम्हार समाज के लोग बाल कटवाने के लिए गए थे। जब वे बाल कटवाने कुर्सी पर बैठने लगे तो दबंगों के निर्देशानुसार सैलून संचालक ने कुर्सी पर बैठकर उनके बाल काटने से मना कर दिया तथा धरती पर बैठने को कहा। जब पीडि़तों ने इसके विरोध स्वरूप पंचायत को मामले से अवगत करवाया तो पंचायत में पंचों ने भी पीडि़तों के खिलाफ ही फरमान सुना दिया तथा पूरे कुम्हार समाज के लोगों का हुक्का-पानी बंद कर दिया है। यही नहीं समाज के लोगों को गांव की किसी भी दुकान से राशन तक भी नहीं देने का फरमान जारी किया। जब पीडि़तों ने इसकी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल की, उसके बाद बसपा सांसद ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।

इस मौके पर अजय दहिया व अशोक जोगी ने कहा कि देश के संविधान कहता है कि देश में जाति, धर्म, मत, पंथ के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होगा, आज देश की आजादी के 76 वर्षो बाद भी संविधान में लिखी बातों पर अमल नहीं किया जा रहा तथा आज भी पिछड़ा वर्ग के लोगों का शोषण हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं जातिवाद को बढ़ावा देने के साथ सामाजिक ताने-बाने को खराब करने का काम करती है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रपति को मांगपत्र सौंपते हुए इस मामले में संज्ञान लेने तथा आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकें।