सांगवान खाप के सबसे बड़े गांव चरखी में धान की बिजाई पर पंचायत ने लगाई रोक
धान की बिजाई को लेकर गांव चरखी में सांगवान खाप प्रधान व दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान की उपस्थिति में सरपंच भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में प्रतिनिधियों ने धान की बिजाई पर पूर्णतया रोक लगाने का निर्णय लिया। साथ ही भविष्य में धान लगाने वालों पर कठोर कार्रवाई करने की बात भी कही गई।
चरखी दादरी || सांगवान खाप के सबसे बड़े गांव चरखी की पंचायत ने धान की बिजाई पर पूर्णतय रोक लगाने का फैसला लिया है। धान की फसल लगाने वाले किसानों का पंचायत द्वारा हुक्का-पानी बंद करते हुए उन परिवारों के गम-खुशी में कोई भी ग्रामीण शामिल नहीं होगा। सांगवान खाप प्रधान व दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान की उपस्थिति में सरपंच भूपेंद्र सिंह ने पंचायत के निर्णयों की जानकारी दी। हालांकि पंचायत में एक पक्ष द्वारा हंगामा करते हुए पंचायत के फैसले का विरोध भी किया।
बता दें कि गांव चरखी की पंचायत द्वारा करीब 10 वर्ष पहले धान की बिजाई पर रोक लगा दी थी। बाद में धीरे-धीरे किसानों ने दोबारा से धान की फसल लगानी शुरू कर दी। हालांकि कई बार पंचायत व किसानों के बीच हो-हल्ला भी हुआ था। धान की बिजाई को लेकर गांव चरखी में सांगवान खाप प्रधान व दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान की उपस्थिति में सरपंच भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में प्रतिनिधियों ने धान की बिजाई पर पूर्णतया रोक लगाने का निर्णय लिया। साथ ही भविष्य में धान लगाने वालों पर कठोर कार्रवाई करने की बात भी कही गई। पंचायत मंे सरपंच भूपेंद्र सिंह ने धान लगाने वाले कुछ परिवारों का हुक्का-पानी बंद करते हुए खुशी-गम में कोई ग्रामीण शामिल नहीं होने का फरमान सुनाया गया। इसी दौरान कुछ किसानों ने हंगामा करते हुए पंचायत के फैसले का विरोध किया और कहा कि किसान अपने खेतों में कुछ भी लगा सकता है।
सांगवान खाप प्रधान व विधायक सोमबीर सांगवान ने कहा कि गांव चरखी में धान की बिजाई पर पूर्णतय रोक लगाई गई है। धान लगाने के चलते गांव में पानी घुसने के साथ-साथ मकानों में भी दरारें आती हैं। जिससे गांव में काफी नुकसान होता है, ऐसे में धान की बिजाई पर रोक लगा दी है। कहा कि सरकार के पानी बचाने की मुहिम में ग्रामीणों ने ऐतिहासिक फैसला लिया है।