बरसात से पंहुचा धान उत्पादक किसानो को नुक्सान...
बरसात से पंहुचा धान उत्पादक किसानो को नुक्सान, प्रति एकड़ फसल के उत्पादन पर पड़ेगा असर, कृषि विभाग ने भी माना बरसात से धान सहित जिले में नदियों के उफान से हो सकती है फसल प्रभावित
रादौर (कुलदीप सैनी) || पिछले दिनों रुक रुक कर हुई बरसात से किसानो को नुक्सान झेलना पड़ा है। खासकर धान उत्पादक किसानो के लिए तो यह बरसात काफी नुक्सानदायक साबित हुई। किसानो की माने तो इस वक्त धान की फसल तैयार होकर उसमे चावल बनने का वक्त था, लेकिन बरसात से जहाँ फसल की ग्रोथ पर फर्क पड़ेगा, वही इसकी गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। रादौर के गाँव छोटाबांस के किसान शेरजंग ने बताया की पिछले दिनों हुई बरसात से धान की फसल को काफी नुक्सान पंहुचा है, उन्होंने कहा की इससे प्रति एकड़ 30 से 35 प्रतिशत फसल का उत्पादन प्रभावित होगा, जिसका खामियाजा किसानो को ही भुगतना पड़ेगा। वही उन्होंने कहा की बरसात से सब्जी की पनीरी भी खराब होने से उसके लिए अब अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ेगी।
वही इस बारे जब कृषि विभाग के अधिकारियो से बात की तो उन्होंने कहा की पिछले दिनों हुई बरसात से न केवल धान बल्कि गन्ने सहित कई फसल के प्रभावित होने की पूरी आशंका है। उप कृषि निदेशक सुरेंद्र यादव ने बताया की जिले के सढौरा ब्लाक में सोम नदी के उफान से काफी फसले जलमग्न हो गई थी। वही जिले के अन्य क्षेत्रों में बरसात से कई फसलों को नुक्सान की आशंका है। उन्होंने कहा की जिन किसानो ने फसल बीमा करा रखा है, वे अपने खराबे संबंधी जानकारी जिले में या ब्लाक में स्थित कृषि विभाग के कार्यालय में या बीमा एजेंसी को दे सकते है। कभी फसल में बिमारी, तो कभी प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुक्सान ने किसानो की चिंता को बढ़ा रखा है, ऐसे में अब अगर आगामी दिनों में भी किसानो को इंद्र देवता के इस गुस्से का सामना करना पड़ा तो किसानो को दो जून की रोटी के लिए जुगाड़ करना भी मुश्किल हो जाएगा।